स्वास्थ्य विभाग का छापा, दो अवैध अस्पताल सील
सिद्धनाथ व आयुष्मान अस्पताल संचालक कोई वैध कागजात नहीं दिखा सके जिससे दोनों अस्पतालों को स्वास्थ्य टीम ने सील कर दिया।
विनय कुमार श्रीवास्तव,जिला संवाददाता :रामकोला/कुशीनगर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को कस्बा के दो अस्पतालों में छापा मारा। टीम को देख कर्मचारी भाग खड़े हुए। जांच में दोनों अस्पताल अवैध मिले। उन्हें सील कर दिया गया। एक अस्पताल में ऑपरेशन के बाद भर्ती की गईं दो महिलाओं को सीएचसी भेजा गया। एसीएमओ ने दोनों संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर दी है। इस कार्रवाई से अवैध अस्पताल संचालकों में खलबली मची रही।
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नगर में चल रहे अवैध हॉस्पिटल की जांच नोडल अधिकारी डॉ. रमेश कुमार गुप्त ने अपने साथ चिकित्सा प्रभारी डॉ. एसके विश्वकर्मा के साथ जांच की। इसमें सिद्धनाथ व आयुष्मान अस्पताल संचालक उन्हें कोई वैध कागजात नहीं दिखा सके। इसको गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने दोनों हॉस्पिटलों को सील कर रामकोला थाने में तहरीर दी है।
रामकोला बाजार के धर्मसमधा मंदिर के पास चल रहे आयुष्मान हॉस्पिटल पर शाम को स्वास्थ्य विभाग की टीम एसीएमओ डॉ. राकेश गुप्ता के नेतृत्व में पहुंची। टीम को देख अस्पताल में मौजूद वर्कर पीछे के दरवाजे से भाग निकले। टीम को जांच के दौरान डॉक्टर नहीं मिले और अस्पताल का पंजीकरण भी नहीं था। इसके बाद टीम सिद्धनाथ अस्पताल पहुंची तो यहां पर भी पंजीकरण से जुड़े कोई कागजात संचालक नहीं दिखा सका। इस अस्पताल में दो महिलाएं भर्ती थी, जिनका यूट्रेस का ऑपरेशन हुआ था। इन मरीजों को स्वास्थ्य टीम ने सीएचसी पर भेजा।
दोनों अस्पतालों को स्वास्थ्य टीम ने सील कर दिया। करीब दो घंटे तक टीम बाजार में जमी रही। इससे अन्य अस्पताल संचालकों में खलबली मची रही। आयुष्मान हॉस्पिटल के प्रबंधक पवन कुमार यादव और सिद्धनाथ अस्पताल के संचालक अजय सिंह के खिलाफ एसीएमओ ने थाने में तहरीर दी है। पुलिस को दिए गए तहरीर में कहा गया है कि दोनों अस्पताल अवैध तरीके से संचालित किए जा रहे थे, जिन डॉक्टरों का बोर्ड लगा था, उनका पता भी है। दोनों संचालक कोई कागजात नहीं दिखा सके।
सीओ ने कहा,
दो अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है। एसीएमओ ने रामकोला थाने पर तहरीर दी है। मामले की जांच कर जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। -उमेश चंद भट्ट
एसीएमओ ने कहा,
दोनों अस्पताल अवैध तरीके से संचालित हो रहे थे, इनकी शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी। जांच में दोनों संचालक कोई कागजात नहीं दिखा सके हैं। इनके यहां जिन डॉक्टरों के नाम का बोर्ड लगा था। उनका भी पता नहीं है। बिना डॉक्टर के ही ऑपरेशन किया जा रहा था। दो मरीज भर्ती मिले। उन्हें सीएचसी रामकोला में भर्ती कराया गया। दोनों संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। -डॉ. आरके गुप्ता एसीएमओ
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