सीओ कैंट के नेतृत्व में दीवानी न्यायालय के चप्पे-चप्पे का किया गया जांच
आम जनमानस गेट नंबर 1 व 3 से ही कर पाएंगे प्रवेश,कमिश्नरी एडीजी मजार गेट से सिर्फ अधिवक्ता परिचय पत्र दिखाने के बाद कर पाएंगे प्रवेश
दिनेश चंद्र मिश्र (जिला प्रभारी):गोरखपुर। दीवानी न्यायालय परिसर में क्षेत्राधिकारी कैंट योगेंद्र सिंह क्षेत्राधिकारी एनआईयू राहुल पंकज डॉग स्क्वायड के साथ दीवानी न्यायालय परिसर के चप्पे-चप्पे सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया ड्यूटी पर लगाए गए कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिया कि न्यायालय परिसर में आने वाले हर व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जाए। अधिवक्तागणों का आईडी कार्ड चेक करने के बाद ही न्यायालय परिसर में प्रवेश दिया जाए।
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अब न्यायालय परिसर में एक नंबर 3 नंबर गेट से ही आम जनता प्रवेश कर पाएगी। कमिश्नरी गेट व एडीजी गेट मजार गेट से सिर्फ अधिवक्तागण ही दीवानी न्यायालय में प्रवेश कर पाएंगे।मजार के तरफ बने दो गेटो में से एक गेट को बंद करा दिया जाएगा। खुले गेट से अधिवक्तागण को प्रवेश दिया जाएगा। आई डी कार्ड दिखाने के बाद इन तीनो गेटों से किसी भी व्यक्ति को आने जाने नहीं दिया जाएगा।
कल बुधवार को लखनऊ की घटना को लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है। घटना के बाद गुरुवार की सुबह क्षेत्राधिकारी कैंट योगेंद्र सिंह क्षेत्राधिकारी एलआईयू राहुल पंकज डॉग स्क्वायड थाना प्रभारी कैंट इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा के साथ दीवानी न्यायालय में पुलिस की चौकसी दिखी। हर आने-जाने वाले लोगों की पुलिस ने जांच की। जांच के बाद ही अदालत में जाने की अनुमति लोगों को दी गई। एक दिन पहले बुधवार को लखनऊ कचहरी में अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था।आज गुरुवार की सुबह पुलिस की चौकसी दीवानी न्यायालय परिसर में भी बढ़ा दी गई। क्षेत्राधिकारी कैंट योगेंद्र सिंह क्षेत्राधिकारी एलआईयू राहुल पंकज डॉग स्क्वायड के साथ अपने सहयोगी केंट इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा सहित चौकी प्रभारी कलेक्टेड चौकी प्रभारी जटेपुर अन्य सहयोगियों के साथ दीवानी न्यायालय परिसर में सुरक्षा का इंतजाम देखने पहुंचे, जहां दीवानी न्यायालय से एडीजे सिक्योरिटी सीजेएम के साथ दीवानी न्यायालय परिसर के चप्पे-चप्पे का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया कि बिना मेटल डिटेकटर से गुजरे किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
मेटल डिटेक्टर से होगी पुलिस जांच
अधिवक्ता गणों का आई कार्ड चेक करने के बाद ही न्यायालय परिसर में जाने दिया जाए आम जनमानस को गेट नंबर 1 व 3 से ही प्रवेश दिया जाए। कमिश्नरी एडीजी मजार गेट से सिर्फ अधिवक्तागण ही प्रवेश कर पाएंगे। अपना आई कार्ड दिखाने के बाद इन तीनो गेटो से किसी अन्य का प्रवेश नहीं हो सकेगा।मजार के पास दो गेट हैं, उसमें से एक गेट को बंद कर दिया जाएगा। आने वाले व्यक्तियों के बैग व वाहनों की मेटल डिटेक्टर से पुलिस जांच कर मोटरसाइकिल को स्टैंड पर जमा कराने के बाद ही प्रवेश दे रही है। सीओ कैंट ने चेकिंग व्यवस्था को और सुदृढ़ किए जाने का निर्देश दिये।
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