संविधान दिवस के उपलक्ष्य में महिला महाविद्यालय बहराइच में कार्यक्रम का आयोजन

भारत की एकता, अखंडता और सौहार्द की भावना न केवल भारत के लिए अपितु समस्त विश्व के लिए अनुकरणीय है। - उमेश चंद्र मिश्रा

अतुल त्रिपाठी, संवाददाता : बहराइच। महिला महाविद्यालय बहराइच में प्राचार्या प्रो.(डॉ.) प्रिया मुखर्ज़ी के निर्देशन एवं जिला युवा कल्याण मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में ‘ संविधान दिवस’ के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. प्रिया मुखर्ज़ी और ज़िला युवा कल्याण अधिकारी प्रांची पवार द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर और डॉ.अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर संविधान दिवस पर आयोजित निबंध, भाषण आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम , द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार प्राप्त छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। निबंध में शाहिना खान , भाषण में सुम्बुल शाकिर और काव्य में प्रतिमा पांडेय अव्वल रहीं।

इस अवसर पर जनहित फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष उमेशचंद्र मिश्रा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की एकता, अखंडता और सौहार्द की भावना न केवल भारत के लिए अपितु समस्त विश्व के लिए अनुकरणीय है। इसके साथ ही उन्होंने संविधान के महत्त्व पर विस्तृत चर्चा की।‎

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्राचार्या प्रो. (डॉ.)प्रिया मुखर्ज़ी ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिन संविधान को याद करने , उसमें लिखित मूल्यों न्याय, समानता और भाईचारे में अपनी आस्था को बनाए रखने तथा अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हम न केवल अपने अधिकारों की बात करें बल्कि अपने कर्तव्यों के प्रति भी सचेत रहें।

इस अवसर पर डॉ. मनीषा खन्ना, डॉ.रीता शुक्ला, डॉ.रीमा शुक्ला, डॉ. दया कुमारी, डॉ. सरिता यादव, कु. रूही, डॉ. सिद्धेश्वर उपाध्याय समेत समस्त सम्मानित प्रवक्तागण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कु. मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। ‎

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