शनिचरी डायरी : हलचल, कार्रवाई और अपने इंकलाब को कायम रखने की लगी रही होड़ के बीच आम आदमी के सवालों से उलझा रहा बीता हप्ता

आम आदमी को ढूढ़ने से भी नहीं मिल रहा उसके सवालों का जवाब

अशोक वत्स, जिला संवाददाता : तमकुहीराज /कुशीनगर।शनिचरी डायरी तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में बीते सप्ताह घटित हुई प्रमुख घटनाओं को लेकर आम आदमी में हो रही प्रतिक्रिया पर आधारित होता है। इसमें लिखी गयी बातें आम आदमी के भावनाओं पर आधारित है, फिर भी इस लेख से किसी की व्यक्तिगत भावनाएं आहत हो रही है, तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करता हूँ।

यह भी पढ़ें :कुशीनगर पुलिस अधीक्षक बनाये गये संतोष मिश्रा वास्तव मे हैं एक हीरो, गरीबो का मसीहा कहते हैं लोग

थाना समाधान दिवस : बीते शनिवार को तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के थानों पर आयोजित थाना समाधान दिवस में लगभग थानों पर तीन, चार या फिर अधिकतम पांच या छः मामले ही आये। जबकि प्रतिदिन जमीनी या फिर आपसी विवाद को लेकर काफी संख्या में मामले थाने व तहसील पर आते रहते है। ऐसे में जब थाने पर आयोजित थाना समाधान दिवस में मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी मौजूद रहते है, जहां जमीनी विवाद का स्थाई समाधान हो सकता है। वहां गिनती के मामलों का आना दो बातें स्पष्ट करता है, पहला यह कि अब कोई विवाद रह ही नही गया हो या फिर फरियादियों का मोह भंग हो गया हो। आम आदमी की माने तो प्रतिदिन तहसील व थानों पर आने वाले जमीनी विवाद यह बताने के लिए पर्याप्त है कि विवाद खत्म नहीं हुए बल्कि समाधान की प्रक्रिया के पेच में पीड़ित उलझ कर रह गया है।

रविवार का दिन और दर्जा प्राप्त मंत्री जी का कार्रवाई के लिए मुखर होना

विशुनपुरा थाना क्षेत्र में एक दलित महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दर्जा प्राप्त मंत्री जी के सक्रियता के बाद पुलिस के सक्रिय होने की चर्चा आम आदमी कर विशुनपुरा पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रहा। तो सेवरही पुलिस का इंकलाब की चर्चा भी खूब हो रही सेवरही थाना के गांव अजय नगर बभनौली में विवादित भूमि पर पक्का भवन के निर्माण का मामला तहसील से लेकर थाने के बीच चर्चा में रहा। एक पक्ष जिस भूमि पर निर्माण हो रहा था उसे अपना बता रहा था। जबकि निर्माण करा रहा पक्ष उसे अपना। विरोध कर ही महिला उसे प्रशासन द्वारा दी गयी पट्टे की भूमि बता रही थी। और न्यायालय से उक्त भूमि पर स्थगन आदेश पारित भी बता रही थी। पीड़ित महिला दो महीने से तहसील और थाने की चक्कर लगा रही थी। एसडीएम तमकुहीराज ने सेवरही पुलिस से उक्त निर्माण को रोकने को भी कहा। लेकिन पुलिस अपने इंकलाब के खातिर कोई कार्रवाई नहीं की। और उक्त भूमि पर एक पक्ष ने पक्का मकान का निर्माण करा अपना झंडा गाड़ दिया। *सवाल* अक्सर भूमि विवाद के मामले को पुलिस राजस्व का मामला बता टरका देती है, लेकिन इस मामले में पीड़ित महिलाओं के साथ न्याय करने के बजाय सेवरही पुलिस एक्शन मूड में क्यों आ गयी। जबकि उक्त मामला मीडिया में भी छाया रहा। आम आदमी में इस बात की चर्चा अधिक हो रही कि राजस्व के मामले में एसडीएम का आदेश महत्वपूर्ण है या पुलिस…… का इंकलाब? आम आदमी अपने इस सवाल का जवाब ढूढ़ रहा है।

जमुआन के ग्रामीणों की पीड़ा : तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के गांव जमुआन में तीन पीढ़ियों से बसे लगभग तीन सौ से अधिक परिवारों को तहसील से वन विभाग का नोटिस प्राप्त हुआ है। वन विभाग का कहना है कि उक्त जमीन उसकी है। ग्रामीण भी उसे सरकारी जमीन ही बता रहे। लेकिन उनका यह कहना है कि वर्षों पूर्व बाढ़ से प्रभावित होने के बाद प्रशासन ने ही उन्हें उक्त भूमि पर बसाया था। अब इसमें उनकी क्या गलती है। यह परिवार न्याय के लिए फरियाद करते फिर रहे। हालांकि तमकुहीराज के एसडीएम विकास चन्द्र ने ग्रामीणों को इस बात का भरोसा दिया है कि इस मामले में उनके साथ ज्यादती नहीं कि जाएगी। मामला उनके न्यायालय में है, जहां वे अपना पक्ष रख सकते है।

तरयासुजान : तरयासुजान थाना क्षेत्र के बांकखास में चाकूबाजी की घटना से सनसनी फैल गयी थी। *इस हप्ते रफ्तार का कहर देखने को मिला* तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में रफ्तार के कहर की स्थिति ऐसी रही कि दर्जनों लोग गम्भीर रूप से घायल हुए, जिन्हें चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

नवागत पुलिस कप्तान के आगमन के बाद कि स्थिति

वैसे तो पुलिस कप्तान धवल जायसवाल के स्थानांतरण के बाद बिहार सीमा से लगे थानों के कार्यशैली में कुछ खास परिवर्तन देखने को नहीं मिला। लेकिन नवागत पुलिस कप्तान संतोष मिश्रा के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के बाद उनके तेवर देखने को मिला। थाने की पुलिस वारंटियों के खिलाफ अभियान चला गिरफ्तारी शुरू कर दी। और शुक्रवार को पुलिस कप्तान के समक्ष उन्हें उपस्थित कर अपने कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण पेस किया। आम आदमी में इसे लेकर इस बात की चर्चा है कि पुलिस कप्तान ने गांव स्तर पर सुरक्षा और अपराधियों में भय का वातावरण तैयार कर अपने उपस्थित दर्ज करा दिया है।

तमकुहीराज  उधर जिले के पुलिस कप्तान बदल रहे थे, तो इधर तमकुहीराज पुलिस अपना इंकलाब कायम करने में लगी हुई थी। आम आदमी यह कह रहा कि फोरलेन पर हो रहे हंगामे के बीच सूचना पर पहुँची डायल 112 की पुलिस टीम ने कुछ महिला व पुरुषों को पकड़ कर थाने लाई। जिसके बाद पुलिस का ऑपरेशन क्लीन शुरू हुआ। एक दिन की लुटेरी दुल्हन असल में मेरठ जिले का एक परिवार एक लाख साठ हजार रुपये देकर अपने लड़के का शादी सीमावर्ती बिहार प्रान्त के गोपालगंज जिले के एक होटल में करने के बाद दुल्हन के अपने साथ लेकर वापस रहा था। वे जब तमकुहीराज के नजदीक पहुँचे तो दुल्हन ने गाड़ी रुकवाई और नीचे उतर हंगामा शुरू कर दिया। इतने में एक महिला और कुछ युवक पहुँच गये। दुल्हन ने उन्हें गहने का झोला दे दिया और वे वहां से अदृश्य हो गये। और दुल्हन ने जाने से मना कर दिया। किसी ने डायल 112 की पुलिस को सूचना दी। वह पहुँची और दुल्हन व उसकी सहयोगी महिला के साथ दूल्हे पक्ष के लोगों को थाने पहुँचा दिया। थाने पर काफी देर तक मजमा लगा रहा। रात में पुलिस ने मामला का निपटारा करा दिया। और दोनों पक्ष रात को अदृश्य हो गये। पुलिस की कार्रवाई की भनक तक किसी को नहीं लगी। खैर यह पुलिस का गम्भीर मामलों को निपटाने और शांति व्यवस्था बनाये रखने का अपना मामला है। तभी तो आम आदमी के बीच एक दिन की लुटेरी दुल्हन की किस्से कहानियां खूब कही जा रही।

एक युवक व युवती कोर्ट मैरिज के लिए तमकुहीराज एसडीएम के कोर्ट में आवेदन किये। दोनों बालिग थे। यह युवक व युवती सुबह से ही थाने के बगल में बैठे रहे, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। वे जैसे ही एसडीएम के समक्ष पेश होकर बाहर निकले तमकुहीराज पुलिस उन्हें पकड़ ले गयी। जहां पुलिस ने युवक की खूब खातिरदारी की। फिर लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान थाने के अंदर जो हुआ अगर पुलिस की सीसीटीवी कैमरा चालू होगा, तो उसमें सब दिख जाएगा। लड़की के परिजन लड़की को थाने से ही मारते पीटते हुए ले गये। जबकि युवक को पुलिस देर रात तक बैठाये रही। समउर बाजार  में दुकान का शटर का ताला टूट की घटना के बाद व्यापारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। *तमकुहीराज सब्जी मार्केट में दो दो चाकूबाजी की घटना से जहां भय का माहौल बना हुआ है। वहीं। आम आदमी शराब दुकान के पास हुआ विवाद की चर्चा भी कर रहा है।

एसडीएम तमकुहीराज का प्राइवेट मुंसियों के खिलाफ एक्शन से हड़कंप

शुक्रवार को प्रातः तमकुहीराज के एसडीएम विकास चन्द्र उपनिबंधक कार्यालय पहुँच वहां सरकारी अभिलेखों के साथ मौजूद दो प्राइवेट मुंसियों को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया। उनके इस एक्शन का असर यह हुआ कि तहसील मुख्यालय पर अन्य दफ्तरों में काम कर रहे प्राइवेट मुंसियों ने अपना काम छोड़ दफ्तर से नौ दो ग्यारह हो गये। एक्शन का उद्देश्य आम आदमी में चर्चा यह है कि प्राइवेट मुंसियों को सरकार और अधिकारी भ्राष्टाचार का जड़ मान रहे। और इसी कारण उनके खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई हो रही है। आम आदमी को नुकसान आम आदमी का मानना है कि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी नहीं है, एक बाबू के पास कई पटल के काम है, ऐसे में वह बाबू विभागीय डाक को ही रिसिब करने और भेजने में रह जा रहे। जिससे आम आदमी का कोई काम नहीं हो पा रहा। अधिकारी भी इस बात को महसूस तो कर रहे, लेकिन ऊपरी फरमान को ध्यान में रख इस बात को मजबूती से कह रहे कि किसी भी पटल पर कोई काम प्रभावित नहीं हो रहा। और सभी फरियादी का काम पहले जैसा हो रहा।

एटीएस की कार्रवाई : तमकुहीराज तहसील के तरयासुजान थाना क्षेत्र के अहिरौलीदान में एटीएस द्वारा की गई करवाई की चर्चा भी खूब हो रही। आम आदमी इसकी चर्चा कर घटना की असलियत जानने को उत्सुक नजर आ रहा।

24 घण्टे में ही आम आदमी में लोकप्रिय हुए पुलिस कप्तान : पुलिस कप्तान की कार्यशैली और 24 घण्टे के अंदर बदले पुलिसकर्मियों की कार्यशैली की आम आदमी में चर्चा खूब हो रही। आम आदमी पहले दिन का ही एक्शन देख यह कह रहा कि अब पीड़ित में न्याय की आस जग गयी है। चर्चा यह भी है कि पुलिस कप्तान की इस कार्यशैली को देख यह कहा जा सकता है कि पीड़ित को थाने स्तर पर ही न्याय मिल सकता है। विशेष स्थिति में ही पीड़ित पुलिस कप्तान तक जाने की सोचेंगे। *घरबारी और दरबारी लोगों की वहीं दरबारी व घरबारी की चर्चा तेज हो गयी है।* ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ लोगों का ही इंकलाब कायम रहा पायेगा। *आम आदमी में यह भी चर्चा है कि इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।

क्या नये व्यवस्था में गौवंशों व अवैध शराब की तस्करी पर लगाम लगेगा 

आम आदमी में नवागत पुलिस कप्तान संतोष मिश्रा का एक्शन देख इस बात का चर्चा कर रहा कि क्या फोरलेन या फिर बिहार सीमा से लगे प्रमुख मार्गों से व्यापक स्तर पर हो रही गौवंशों व अवैध शराब की तस्करी रुकेगी। कारण निवर्तमान पुलिस कप्तान के कार्यकाल के पूर्व फोरलेन व बिहार सीमा से लगे थानों पर भारी मात्रा में अवैध शराब व गौवंश बरामद हुआ करते थे। लेकिन निवर्तमान पुलिस कप्तान के कार्यकाल के दौरान सीमा पर यह बरामदगी सिर्फ बिहार प्रशासन के द्वारा की गयी। आम आदमी में इस बात की चर्चा है कि क्या अब बिहार में होने वाली बरामदगी यूपी में होगी क्या…?

अवैध शराब तस्करी के प्रमुख मार्ग

सड़क मार्ग – बहादुरपुर, तीनफेड़िया, डिबनी, सरया खुर्द, खुदरा, रकबा, समउर, बरईपट्टी, बांढू चौराहा, इंद्रा बाजार, बनकटा, शंकर पटखौली (चौराखास)

जल मार्ग – अहिरौलीदान, सिसवा बाजार, एपी तटबंध, के अलावे विशुनपुरा व बरवापट्टी थाने से लगे बड़ी गंडक नदी (नारायणी नदी) के प्रमुख घाट

गोवंशों के तस्करी के प्रमुख मार्ग

फोरलेन : फोरलेन के अलावे बिहार में प्रवेश – बहादुरपुर, खुदरा, सरaया खुर्द, डिबनी, रकबा, समउर, बाढू चौराहा, इंद्रा बाजार और बनकटा बाजार

यह भी पढ़ें :शनिचरी डायरी : हलचल, कार्रवाई और अपने इंकलाब को कायम रखने की लगी रही होड़ के बीच आम आदमी के सवालों से उलझा रहा बीता हप्ता