बोर्डिंगपाड़ा दुर्गा पूजा समिति मंडप को उत्तरी वन संपदा से सजाया गया

मंडप कलाकार के मन के कैनवास से सजाया जाता है, किसी की नकल से नहीं।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर नई दिल्ली)TV9 भारत समाचार  (पश्चिम बंगाल)।  उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने मंगलवार की तीसरी शाम दर्शकों के लिए मंडप का प्रवेश द्वार खोल दिया। उद्घाटन के दिन हजारों दर्शनार्थी  आगंतुक पूजा मंडप में आए मूल रूप से मंडप को बांस के काम के ऊपर व्यवस्थित किया जाता है। इस बार उनकी पूजा 59वें साल में हुई।

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दिनहाटा  थीम को “श्रम ऐ सुर” नाम दिया गया है। जिन लोगों ने इस कार्य के पीछे परिश्रम किया है। उनकी महारत के अनुरूप ही यह रचना बनी है। विषय का तात्पर्य यही है मंडप कलाकार अमल पांजा ने कहा मंडप कलाकार के मन के कैनवास से सजाया जाता है। किसी की नकल से नहीं। मैं आशावादी हूं। दिनहाटाबासी यह मंडप उत्तर से आने वाले दर्शकों का दिल जीत लेगा। पूजा समिति के अध्यक्ष शुबयम चक्रवर्ती ने बताया कि यह पूजा मंत्री उदयन गुहा के संरक्षण में आयोजित की गई है। हर साल हम कुछ नया रखते हैं। हम है इस बार कोई अपवाद नहीं है। मंडप के प्रवेश द्वार पर सिर हिलता हुआ, कार्यकर्ता आगुंतको को अपनी कृतियों को देखने के लिए आमंत्रित करता हुआ दिखाई देता है। उसकी छाती से प्रवेश करें। आगंतुक श्रमिकों की रचना देख सकते हैं। अंदर आपको बांस और बरगद के पेड़ों से बने फूलों के बगीचे दिखाई देंगे। यहां कार्यकर्ता की कला का आनंद प्रकट होता है। मंडप के अंदर देवी हाथ ऊपर उठकर आगंतुको को आशीर्वाद दे रही है। यहां देवी दुर्गा निहत्थी है, शांति का प्रतीक है। दिनहाटा के कुमार गोविंद शाहा ने प्रतिमा का निर्माण किया है। स्थानीय कलाकार श्यामल दास ने लाइटिंग का काम किया है। इस बार वैशाख माह में ही पूजा की तैयारी शुरू हो गई थी।

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