बरसात का मौसम शुरू होते ही ग्रामीण बाढ़ की आशंका से भयभीत
वर्तमान में यह बांध पूरी तरह ध्वस्त हो गया हैं
दुर्गेश राय,कुशीनगर। छितौनी कस्बा सहित कई गांवों की 55 हजार से ज्यादा आबादी को गंडक नदी की बाढ़ से बचाव के लिए तीन दशक पहले बना साढे़ चार किलोमीटर लंबा छितौनी-दरगौंली बांध पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। गंडक नदी उफान पर होती है तो बिहार सीमा से होकर पानी विकास खंड के गांवोंं व कस्बे तथा सड़कों को डुबो देता है।
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लोग काफी समय से इसे दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बरसात का मौसम शुरू होते ही ग्रामीण बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं।बाढ़ का पानी बिहार सीमा से होकर यूपी सीमा में न आए।
स्थानीय लोगों बताया कि निर्माण के समय ही आधा अधूरा कार्य किया गया और लगभग पांच जगहों पर बांध का कुछ हिस्सा बिना निर्माण के ही छोड़ दिया गया। अब तक इस बांध की सुध नहीं ली गई। वर्तमान में यह बांध पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।
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