प्राथमिक विद्यालय झीट्टी का जर्जर भवन भरभरा के गिरा

भवन काफी पुराना था और सालों से जर्जर स्थिति में था।

शैलेन्द्र कुमार गुप्ता TV9 भारत समाचार  संग्रामपुर (मुंगेर)। प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय झीट्टी का पुराना भवन जो कि कई साल से जर्जर हो चुका था। मंगलवार की रात्रि करीब 2:00 बजे भारी बारिश के कारण भर भरा कर जमीन में समा गया । प्राप्त जानकारी के अनुसार बताते चले, कि भवन काफी पुराना था, और सालों से जर्जर स्थिति में था। बुधवार की सुबह जब ग्रामीणों ने स्कूल का दृश्य देखा तो लोग आक्रोशित हो गए। तरह-तरह की बातें करने लगे।

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वहीं मौजूद ग्रामीणों का कहना है ,कि यह भवन बहुत पहले बना था। फिर नए भवन बन जाने के कारण पढ़ाई लिखाई उसमें चालू कर दिया गया। लेकिन यह भवन को ऐसे ही जर्जर अवस्था में छोड़ दिया गया। कई बार ग्रामीणों ने प्रभारी शिक्षक चंदन कुमार सिंह से आग्रह किया था। कि अपने विभागीय अधिकारियों से बोलकर इस भवन को बनवा दिया जाए अन्यथा इस भवन को गिरवाने का काम किया जाए। लोगों का कहना था कि अगर स्कूल के समय में यह भवन गिर जाता तो शायद बहुत बड़ा घटना हो सकता था। लेकिन ग्रामीणों की बात को शिक्षक ने हमेशा अनसुना किया। नतीजा यह हुआ कि आज यह भवन गिर गया। वहीं इसी संदर्भ में पारिवारिक शिक्षक चंदन कुमार सिंह ने बताया कि मैंने प्रखंड स्तर पर कई बार लिखित आवेदन देकर इसके बारे में विभाग को अवगत किया था। लेकिन बी ओ साहब कहते हैं कि किसी तरह मैनेज करके चलिए। अगर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संज्ञान लिए होते तो शायद यह नहीं होता। प्रभारी शिक्षक बताते हैं, कि अगर यह भवन विद्यालय काल में गिर जाता तो शायद बहुत बड़े दुर्घटना हो जाती । उन्होंने कहा कि यहां पांचवी तक का क्लास लगती है। लेकिन हमें एक रूम में ही एक से पांचवी तक के क्लास के विद्यार्थियों को बैठना पड़ता है। बाकी सभी भवन भी जर्जर हो चुका है ।अभी वर्तमान में जिस भवन में पढ़ाई चल रही है ,वह भी काफी जर्जर हो चुका है। लगातार 10 दिन अगर ऐसी बारिश होती रही तो यह भवन भी गिर जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि हमारे विद्यालय में 60 विद्यार्थियों का नामांकन है। एक रूम में पढ़ने में बहुत दिक्कत होती है। साथ ही रसोईया को खाना बनाने में भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। महिला शिक्षिका शशिबाला सिंह ने बताया कि एक दिन पढ़ने के क्रम में ऊपर वाले रूम के छत से टूटकर मालवा गिर गया। गनीमत रहे कि किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। जल्द से जल्द अगर इसे रिपेयरिंग नहीं किया गया तो यहां आने वाले बच्चों को नुकसान हो सकता है तथा यहां बच्चे आने में भी डरते हैं। हमें भी जान का खतरा लगा रहता है।

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