पत्नी ने आशिक के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट
शराब पिला कर ली पति की जान, लाश को यमुना नदी में फेंका।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर नई दिल्ली)TV9 भारत समाचार देहरादून (उत्तराखंड)। जिसके साथ जिंदगी निभाने की कसम खाई, सात फेरे लिए, उसी ने अपने पति की ले ली जान। पुलिस ने 29 घंटे के भीतर विकास नगर में हुई हत्या का खुलासा कर दिया है। महिला रमिता ने अपने प्रेमी परम सिंह के साथ मिलकर अपने पति अरुण की हत्या की साजिश रचित थी। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी परम सिंह को 29 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार चौकी डाक पत्थर क्षेत्र अंतर्गत जलालिया पीर के पास 19 अक्टूबर को यमुना नदी में एक व्यक्ति का शव मिला था। जिसके शरीर पर चोट व खरोंच के निशान थे। पुलिस ने मृतक के शव को शिनाख्त के लिए मोर्चरी में रखवाया था। जिसकी शिनाख्त उसके भाई नितिन कुमार द्वारा अरुण कुमार उर्फ जुगनू निवासी गांव बुलाकीवाला विकास नगर के रूप में की गई। भाई के शरीर पर चोट के निशान होने के कारण उसने भाई की हत्या की आशंका जताते हुए एक प्रार्थना पत्र पुलिस को दिया था। जिसमे पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी तथा सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि मृतक अरुण कुमार किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ जाता हुआ नजर आया। पुलिस द्वारा अज्ञात व्यक्ति जिसकी पहचान परम सिंह पुत्र हरज्ञान सिंह के रूप में हुई। जिसके फलस्वरूप उसे गिरफ्तार कर लिया गया,पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर खुलासा हुआ। कि उसने मृतक की पत्नी रमिता के कहने पर ही उसके पति की हत्या की थी। जिसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है। अवैध संबंधों के चलते वारदात का अंजाम दिया गया। पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि परम सिंह और मृतक की पत्नी रमिता का प्रेम प्रसंग चल रहा था। परम सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह हलवाई का काम करता है। और शादीयों में काम करने के सिलसिले में विकास नगर आता रहता है। एक शादी के दौरान ही उसकी रमिता से मुलाकात हुई थी। दोनों में बातचीत होने लगी और दोनों मिलने लगे। इसके बाद रमिता ने अपने प्रेमी से बताया कि उसका पति उसे मारता है। अगर उसे रास्ते से हटा दें तो वह दोनों साथ रह सकते हैं। जिसके बाद प्रेमी के साथ मिलकर रमिता ने अपने पति को मारने का प्लान बनाया। परम सिंह ने बताया कि उसने देहरादून आकर मृतक अरुण को फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। इसके बाद उसने देसी शराब के ठेके से अरुण कुमार के लिए जाफरान देशी शराब खरीदी और फिर वह यमुना नदी के किनारे गया। जहां पर उसने अरुण को शराब पिलाई। जैसे ही अरुण बाथरूम करने के लिए नदी के किनारे गया तो आरोपी परम सिंह ने पीछे से जाकर गमछे से अरुण कुमार का गला घोट कर, उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद परम सिंह ने शव को यमुना नदी में फेंक दिया।
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