ट्रैक्टर और मोटरबोट पर सवार होकर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे डीएम-एसपी
डीएम-एसपी ने लिया ऑपरेशन का जायजा, बढ़ाया रेस्क्यू टीम का मनोबल, रतिया फॉर्म में फंसे 11 लोगो का एनडीआरएफ टीम ने किया रेस्क्यू, बाहर निकलने पर सभी ने टीम का जताया आभार
आयुष पाण्डेय, जिला संवाददाता : लखीमपुर खीरी / उप्र। मंगलवार को तहसील निघासन की ग्राम पंचायत मुर्गहा के रतिया फॉर्म में विषम परिस्थितियों में फंसे 11 लोगों का प्रशासन कीअगुवाई में एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू किया। घटना की सूचना पर जिला मुख्यालय से डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा रेस्क्यू स्थल के लिए रवाना हुए।
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डीएम-एसपी पहले कुछ दूर ट्रैक्टर पर सवार होकर और बाद में एनडीआरएफ की मोटरबोट से रेस्क्यू स्थल जा पहुंचे, जहां ऑपरेशन का जायजा लेकर रेस्क्यू टीम का मनोबल बढ़ाया। डीएम ने बाढ़ पीड़ितों से कहा कि मा. मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश है कि आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की जाए। जन-धन की सुरक्षा शासन की प्राथमिकता है।
डीएम ने राहत व बचाव कार्यों का सघन पर्यवेक्षण कर फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों, कर्मचारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्य के लिए प्रशासनिक अमले के साथ फ्लड की टीम, पीएसी, एनडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा बल के जवानों को लगाया गया है। राहत व बचाव कार्य के संचालन के लिए सुरक्षा बलों के मोटर बोट के अलावा पर्याप्त संख्या में नाव भी लगाई गई है। प्रभावित लोगों
को भोजन इत्यादि की समस्या न हो इसके लिए प्रत्येक तहसील में सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन तैयार कर प्रभावित लोगों को पका पकाया भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
बताते चलें कि सूचना मिलते ही एसडीएम निघासन राजीव निगम ने एनडीआरएफ की टीम बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। एनडीआरएफ व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने 11 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचाकर परिवार वालों के सुर्पुद किया तथा उनका चिकित्सीय परीक्षण कराये जाने के लिए स्वास्थ्य टीम को निर्देशित किया। एनडीआरएफ टीम कमांडर ने दो मोटर बोट, अपनी टीम के संग रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। तेज बहाव की कठिनाई को पार करते हुए टीम की बोट उन व्यक्तियों के पास पहुंची और उनको बोट में बैठाकर सुरक्षित निकालकर लाई। ऑपरेशन में कुल 11 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया। बाहर निकलने के बाद सभी ने टीम का आभार व्यक्त किया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उप जिलाधिकारी राजीव निगम के साथ लेखपाल, ग्राम प्रधान तथा प्रशासन के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रशासनिक सूझबूझ से बची परशुराम की जिंदगी, तैराक ने बचाई जान
सोमवार शाम पलिया तहसील क्षेत्र सहकारी चीनी मिल संपूर्ण नगर कार्मिक परशुराम चीनी मिल से जैसे ही बाहर निकला। अचानक तेज बहाव में बहकर पेड़ में जाकर फस गया। इसकी सूचना पर एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने क्षेत्रीय लेखपाल सहित राजस्व टीम को लगाया। लेखपाल और स्थानीय पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए तैराक को ट्यूब में बांधकर उसको बचाने के लिए भेजा। तैराक ने बहादुरी दिखाते हुए परशुराम की जान बचाई।
पटिहन के पांच किसानो के लिए मददगार बन प्रशासन, एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू
तहसील पलिया के ग्राम पटिहन में सोमवार को पांच व्यक्ति खेत में काम करने गए थे, करीब शाम 05 बजे पानी बढ़ने पर निकटवर्ती झोपड़ी में शरण ली। जलस्तर बढ़ने पर काफी घबरा गए और मदद को लेकर प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीएम कार्तिकेय सिंह एनडीआरएफ की टीम लेकर जा पहुंचे, जहां कड़ी मशक्कत के बाद एसडीएम की अगुवाई में पांच व्यक्तियों को रात 12:00 रेस्क्यू किया जा सका। उसके बाद फंसे व्यक्तियों ने राहत की सांस ली, प्रशासन को शुक्रिया भी बोला। एसडीएम ने सभी पांच लोगों को उनके गांव भिजवाया।
प्रशासन ने सुभाष नगर से गर्भवती महिला को कराया रेस्क्यू
मंगलवार को तहसील, नगर पालिका परिषद पलिया के सुभाषनगर मोहल्ले में गर्भवती महिला के फंसे होने की सूचना मिली। इसपर क्विक रेस्पॉन्ड करते हुए तहसीलदार आरती यादव ने बाढ़ पीएससी की मदद से बोट के जरिए रेस्क्यू कराया। प्रशासन ने गर्भवती महिला को अस्पताल में दवा दिलाई और उसके रिश्तेदार के घर भिजवाया, जहा वह कुशलता से है।
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