जाली करंसी नोटों का पर्दाफाश कर पुलिस लगातार बटोर रही है वाहवाही, परंतु तमकुही राज में तरह-तरह की चर्चा

सपा नेताओं ने घटना की सही पर्दाफाश के लिए उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग,पुलिस द्वारा एक संगठित गिरोह बताया गया जबकि पकड़े गए लोगों के बीच आपस में पहले से चली आ रही है दुश्मनी एक दूसरे पर कराए हैं एफ आई आर, चर्चाओं का बाजार गर्म

कृष्णा यादव,तमकुहीराज/ कुशीनगर। तमकुही राज में जाली करंसी तथा असलहा की बरामदगी पर बाजार में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू है। तो दूसरी तरफ पुलिस की बहादुरी की वाहवाही हो रही है। क्योंकि रिकवरी के दृष्टिकोण से यह बहुत बड़ी रिकवरी है आरोपियों के सपा से जुड़े होने के कारण बड़े नेताओं की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित हो रही है। यह गुड वर्क अब पक्ष- विपक्ष के बीच वहस का विषय वस्तु बन गया है। लेकिन आरोपी के साथ कुछ पुलिस अधिकारियों के सोशल साइट पर फोटो भी उपलब्ध हैं। जिसको देखने के बाद लोग चर्चा करने में जुटे हुए हैं।

यह भी पढ़ें :कुशीनगर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, जाली नोटों के कारोबार करने वाले गैंग का पर्दाफाश

विदित है कि तमकुही राज कस्बे में तरयासुजान तमकुही राज सेवरही़ और साइबर पुलिस द्वारा जाली करंसी गिरोह का पर्दाफाश किया गया जो इस समय राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। कुशीनगर पुलिस का यह गुड वर्क अति सराहनीय है। लेकिन बाजार तथा आसपास के क्षेत्र में इस गुड वर्क में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की तरह-तरह चर्चा व्याप्त है।

अंतर प्रांतीय सीमा पर इस कार्रवाई की चर्चा यूपी और बिहार तक ही नहीं बल्कि अन्य प्रान्त तक फैली हुई है। पकड़े गए गिरोह का सरगना सपा नेता को पुलिस बता रही है आम लोगों में चर्चा के अनुसार पकड़े गए लोग एक दूसरे के घोर विरोधी बताए जा रहे हैं। इस खुलासे में जीन10 लोगों को जाली करेंसी और अवैध असले के साथ संगठित गिरोह दिखाकर जेल भेजा गया है।

वास्तव में इसमें आधा दर्जन ऐसे लोग हैं जो आपस में एक दूसरे के घोर विरोधी थे और एक दूसरे पर बलात्कार हत्या के प्रयास और जलसाजी का मुकदमा दर्ज करा चुके हैं।

दुलमापट्टी निवासी रफी अंसारी के गिरोह ने परवेज इलाही पर मुकदमा दर्ज कराया है और परवेज ने रफ़ी और नौशाद समेत तमाम अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है । इस तरह की आम चर्चा बाजार में हो रही है इस गिरोह में परवेज के साथ उनके दो और सगे भाई को भी मुलजिम बनाया गया है। इसमें परवेज ने अपने दोनों सगे भाइयों पर भी जालसाजी और मारपीट तथा जमीन हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है और भाइयों ने भी परवेज पर मुकदमा दर्ज कराया है।

इस मामले में आरोपी बनाए औरंगजेब और रफी अंसारी के बीच मारपीट और विवाद की भी चर्चा हो रही है। ऐसी स्थिति में इसमें आपस में ही सभी एक दूसरे के विरोधी हैं तो सभी एक साथ मिलकर संगठित गिरोह संचालित करने का कार्य पर भी कुछ लोगों ने प्रश्न चिन्ह उठाया है। पुलिस द्वारा संगठित गिरोह को पड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई बड़ी उपलब्धि की चर्चा प्रदेश स्तर पर ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस प्रकण पर पुलिस पर दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए सपा के वरिष्ठ नेता मधुर श्याम राय जिला अध्यक्ष शुकुरलाह अंसारी पूर्व जिला अध्यक्ष इलियास अंसारी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक तमकुही राज अजय कुमार लल्लू ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है तथा कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण करवाई है।

पुलिस के इस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाते हुए तमकुही राज विधानसभा के पूर्व सपा विधायक प्रत्याशी डॉक्टर उदय नारायण गुप्ता ने कहा है कि तमकुही राज में जहां लोग पकड़े गए उस जगह के बारे में तमकुही के लोग और पत्रकार सभी जानते हैं, मैं यह नहीं कहता हूं कि कौन दोषी है और कौन निर्दोष लेकिन यह अधिकतम लोग जानते हैं दो पक्षों में कई वर्षों से झगड़ा चल आ रहा है। जिसमें दोनों पक्षों से कई मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इस मामले में भी दोनों पक्ष पकड़े गए हैं। जहां दावत चल रहा था जहां से लोग पकड़े गए वहां एक सीसी टीवी कैमरा लगा था पता चला है कि उस सीसी कैमरा सेट को पुलिस उठा ले गई है। उस सीसी कैमरा के फोटो को पुलिस को सार्वजनिक करना चाहिए। ताकि तमकुही राज में जनता के बीच सच्चाई सामने आ सके। जिससे स्पष्ट हो जाए कि रुपया और हथियार गाड़ी में पहले से था या किसी के द्वारा लाकर रखा गया है। सपा नेता ने कहा कि दोषी कोई भी हो,उसको सजा मिले लेकिन निर्दोष को न फसाया जाए।

नेताओं ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की सरकार से मांग किया है। जिससे सार्वजनिक हो सके तथा जनता को सच्चाई सामने आए।

यह भी पढ़ें :कुशीनगर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, जाली नोटों के कारोबार करने वाले गैंग का पर्दाफाश