कुशीनगर : कसया हाईवे एन एच 28 पर गेस्ट हाउस व लॉज रेस्टोरेंट बना देह व्यापार का अड्डा

कसया थाना क्षेत्र में हाईवे एन एच 28 पर गेस्ट हाउस व लॉज रेस्टोरेंट, कुशीनगर के दर्जनों होटलो व रेस्टोरेंट में धड़ल्ले से चल रहा देह व्यापार का धंधा,कुछ लोग है कुशीनगर का नाम बदनाम करने में लगे हुए हैं

अहमद हुसैन,क्राइम रिपोर्टर उप्र tv9भारत समाचार : कसया /कुशीनगर। चार प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थलों में से एक महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर अपनी विशिष्टता के चलते विश्वस्तरीय पहचान समेटे हुए है। यह अध्यात्म, संस्कृति व सभ्यता का भी परिचायक है। यहां से संसार के दूसरे देशों में भगवान बुद्ध के उपदेशों को आत्मसात किया जाता है, लेकिन चंद लोग धन के लालच में कुत्सित मानसिकता वाले लोगों के जरिए देह व्यापार और अवैध शराब के धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं। उनकी वजह से कुशीनगर की विश्वस्तरीय पहचान पर धब्बा लग रहा है।

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अगर ऐसे कृत्यों पर प्रतिबंध नहीं लगा तो यह श्रेष्ठ पहचान कलंकित होगी। कुशीनगर में चल रहे अवैध देह व्यापार की यहां के बुद्धिजीवियों ने निंदा की है।महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली, सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय की जन्मस्थली पर देह व्यापार का समाज तथा पर्यटन पर व्यापक दुष्प्रभाव पड़ेगा। हाल में जो देह व्यापार से संबंधित घटनाक्रम हुए हैं, उससे समाज एवं शिक्षकों में आक्रोश है। सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। यहां पर बिहार तथा अन्य राज्यों के भी छात्र अध्ययन करने आते थे। शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए केंद्र व राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय खोलने पर विचार कर रही है। इसलिए प्रशासन इस अनैतिक देह व्यापार को समाप्त कराए।

कुशीनगर बौद्ध ज्ञान और दर्शन के साथ ही वर्तमान में शिक्षा और पर्यटन का भी प्रमुख केंद्र है। अत्यधिक खेद का विषय है कि ऐसे सांस्कृतिक, शैक्षिक और पर्यटक स्थल पर अनैतिक देह व्यापार की खबर से कुशीनगर की छवि न सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी धूमिल हुई है। सभ्य समाज में ऐसे घृणित कार्य को करने वालों और ऐसे कार्यों को प्रश्रय देने वालों को कठोर दंड देना चाहिए। ये क्रिया-कलाप किसी भी दृष्टि से स्वीकार्य नहीं है। इस पर हर हाल में प्रतिबंध लगना ही चाहिए।

तथागत की भूमि कुशीनगर की शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में ख्याति है। यहां अनैतिक कृतय अत्यंत शर्मनाक है। सामाजिक वर्गों का दायित्व है कि वे आगे आएं और संकल्प लें कि कुशीनगर के गौरव को आगे बढ़ाया जाएगा। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। ऐसा होने से पूरे समाज पर इसका असर पड़ेगा और ऐसी छवि से सभी को शर्मसार होना पड़ेगा। इसके कारण उनकी शैक्षणिक क्षमता प्रभावित होगी। कोई भी जगह स्वस्थ मस्तिष्क से ही निर्मित होता है। इसके लिए इस अवैध धंधे को बंद कराना होगा। शिक्षा और महात्मा बुद्ध के लिए कुशीनगर जाना व पहचाना जाता है, लेकिन कुछ समय से यहां के कुछ लोग गलत कार्यों में भी संलिप्त हैं।

मनमाने तरीके से भवन बनाकर गेस्ट हाउस संचालन का धंधा फूल-फल रहा है। अवैध देह व्यापार को रोकने के लिए प्रशासन समय-समय पर कार्रवाई करता रहता है, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता। कुछ दिन बंद होने के बाद फिर आरंभ हो जाता है। अब प्रशासन व पुलिस संयुक्त रूप से इस अवैध धंधे को रोकने का प्रयास कर रही है। यह पहल सराहनीय व प्रशंसनीय है। हर हाल में अवैध देह व्यापार बंद होना चाहिए।

कुशीनगर महात्मा बुद्ध के लिए पहचाना जाता है। उनसे ही इसकी विश्व में ख्याति है, लेकिन कुछ गेस्ट हाउस हैं, जो इस छवि को धूमिल कर रहे हैं। इनके इस कृत्य का असर सोशल मीडिया के चलते प्रतिष्ठित होटलों पर भी पड़ने का अंदेशा है। जबकि ऐसे धंधे से उनका कोई लेना-देना नहीं है। बगैर मानक के गेस्ट हाउस व घरों में अवैध देह व्यापार ठीक नहीं है। इनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई होनी चाहिए। इससे छवि खराब होने से बचेगी और होटल उद्योग का नाम कलंकित नहीं होगा।

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