आयोग को बताया! बुरी तरह से की पिटाई, प्राइवेट पार्ट में पिसा हुआ मिर्चा डाला
बेहोश होने के बाद बघौली पुलिस ने बचाव में किया चालान
हरदोई। मानवाधिकार आयोग से बघौली पुलिस की शिकायत करते हुए एक पीड़ित ने बताया है कि उस पर किस तरह से हवालात में न सिर्फ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया बल्कि प्राइवेट पार्ट में पिसा हुआ मिर्चा भी डाला गया। दरअसल मामला मारपीट का था, जिसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसी के चलते छुट्टी पर आए फौजी ने पुलिस से सांठगांठ कर जो किया उससे मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हुआ। पीड़ित ने मानवाधिकार आयोग को अपनी व्यथा बताते हुए पत्र में लिखा है कि थाने में उसे क्यों और कैसे थर्ड डिग्री दी गई।
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आयोग से शिकायत करने वाले नदीम हसन पुत्र नाज़िर हसन निवासी विक्टोरिया गंज ने कहा है कि 8 मई को फौज में नौकरी करने वाले रुबीन पुत्र साबिर के घर वालों ने उसकी बुज़ुर्ग मां शाकिरा को बुरी तरह पीटा था। जिस पर उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रुबीन जब छुट्टी पर घर आया तो घर वालों ने उसे भड़का दिया इस पर फ़ौजी रूबीन थाने गया, जहां उसने वहां तैनात कांस्टेबिलो से सांठगांठ कर ली और 21 मई को गांव पहुंची पुलिस उसे व उसके दिव्यांग भाई अज़ीज़ हसन को पकड़ कर थाने ले गई। जहां उन दोनों को बंद कर करीब एक घंटे तक न सिर्फ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में पिसा हुआ मिर्चा तक डाला गया। नदीम ने मानवाधिकार को बताया है कि उसके और भाई के बेहोश होने पर पुलिस ने अपना बचाव करते हुए उनका चालान कर दिया।
नदीम का आगे कहना है कि जब वह मेडिकल कराने के बाद तीनों कांस्टेबिलो के खिलाफ तहरीर ले कर थाने पहुंचा तो उसे वहां से भगा दिया गया। हालांकि इस बारे में एसएचओ बघौली ज्ञानेश दुबे का कहना है कि फिलहाल उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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