वोटर्स को रिझाने में लगे नेताजी, दिल्ली में आ रही भारी भरकम नगदी आभूषण।

पिछले विधानसभा चुनाव में यह भी स्थिति रही है। 2015 की विधानसभा चुनाव की तुलना में 2020 की विधानसभा चुनाव में एजेंसियों ने नगदी सहित 24.50 गुना अधिक कीमत के सामान जप्त किए हैं। इसमें शराब, सोना, आभूषण, कीमती उपहार के सामान शामिल थे। नगदी की बात करें तो 2015 के चुनाव की तुलना में करीब 30 गुना से अधिक नगरी 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान पकड़ी गई थी। तब 12.80 करोड़ रुपए नगदी विभिन्न एजेंसियों ने पकड़ी थी। इसके अलावा शराब, नशीले पदार्थ, कपड़े महंगे सामान इत्यादि।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली। 

दिल्ली में आ रही भारी भरकम नगदी, आभूषण, शराब समेत महंगे उपहार, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से उम्मीद की जाती है कि वह विकास के मुद्दों पर और अपने कल्याणकारी योजनाओं से मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रेरित करें। जिससे शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव हो सकें।

दूसरी ओर मतदाताओं की भी जिम्मेदारी है कि वह मुद्दों के आधार पर मतदान करें। राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को अपने वोट की कीमत तय करने का अधिकार न दें। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि अवैध तरीके से भारी भरकम नगदी के साथ-साथ शराब, नशीले पदार्थों, आभूषणों, महंगे उपहार आदि की खेप राजधानी में पहुंच रही हैं। चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए सारे हथकंडे अपनाएं जा रही है। दूसरी ओर संबंधित एजेंसियां लगातार कार्यवाही कर नगदी, शराब और कीमती सामानों की ज़ब्ती भी कर रही है।

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दिल्ली पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता के उल्लंघन में अब तक 738 केस दर्ज किए गए हैं। इनमें पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल है। अभी तक 364 अवैध हथियार और 445 कारतूस बरामद किए गए हैं। 20 दिन के दौरान 1.8 करोड़ की 6 1.610 लीटर अवैध शराब, 72 करोड़ के 156.411 किलो अलग-अलग तरह की नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं।

2015 की विधानसभा चुनाव की तुलना में 2020 के विधानसभा चुनाव में एजेंसियों ने नगदी सहित 24.50 गुना अधिक कीमत के सामान जप्त किए थे, इसमें शराब, सोना, आभूषण, कीमती उपहार आदि शामिल थे। नगदी की बात करें तो 2015 के चुनाव की तुलना में करीब 30 गुना से अधिक नगदी 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान पकड़ी गई थी। तब 12.80 करोड़ रुपए नगदी विभिन्न एजेंसियों ने पकड़ी थी। इसके अलावा शराब, नशीले पदार्थ, कपड़े, महंगे सामान इत्यादि भी पकड़े गए थे। इन सबको मिलाकर कीमत 59 करोड़ से अधिक थी।

चुनावी खर्चों पर चुनाव आयोग की नज़र होती है। 2020 की विधानसभा चुनाव में नियमों के दायरों में रहकर आम आदमी पार्टी ने अन्य पार्टियों की तुलना में सबसे अधिक खर्च किया था। तब 11,98,16,306 रुपए खर्च किए थे। वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा सरकार ने 9,81,98,122 रुपए खर्च किए और कांग्रेस 7,00,53,562 रुपए खर्च किए थे। यह खर्च नियमों के दायरे में था।

पिछले विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया के दौरान जप्त सामान….

  1. एसटीएफ की ओर ज़ब्त नगदी… 1,12,18,000 रुपए।
  2. एस एस टी की ओर से ज़ब्त नगदी… 5,02,43,480 रुपए।
  3. पुलिस की ओर से ज़ब्त नगदी…. 30,00,000 रुपए।
  4. ज़ब्त की गई शराब की कीमत… 2,83,15,149 रुपए।
  5. ज़ब्त नशीले पदार्थ की क़ीमत…. 7,87,45,750 रुपए।
  6. सोना-चांदी और अन्य कीमती सामान की क़ीमत….. 32,29,06,910 रुपए।
  7. साड़ी, धोती, वाहन, सहित अन्य ज़ब्त सामानों की क़ीमत…. 2,46,88,422 रुपए।

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