वायनाड में हिंदुओं को मारने के लिए लिस्ट बनाने वाले PFI का समर्थन ले रहे राहुल गांधी, स्मृति ईरानी का आरोप
राहुल गांधी को लेकर गांधी परिवार के अंदर अंदरूनी कलह।
मुकेश कुमार (क्राईम एडिटर इन चीफ) TV9भारत समाचार अमेठी (उत्तर प्रदेश)। अमेठी से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला किया है। स्मृति ईरानी ने कहा कि वायनाड में राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने के लिए PFI का समर्थन लिया है। जो हिंदुओं को मारने के लिए लिस्ट बनाता है। ऐसे संगठन की मदद से राहुल गांधी चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं।
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स्मृति ईरानी ने काग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि अमेठी में 19 लाख लोगों को मोदी जी राशन पहुंचाते हैं। मुफ्त का राशन पाते हैं तो ऐसे परिवारों को गांधी परिवार का क्या संदेश है। 4,20,000 किसान परिवारों को ₹6000 प्रत्येक साल मिलते हैं। तो ऐसे परिवारों के बारे में गांधी परिवार क्या संदेश देता है। पहली बार देखा है कि कोई अपना परिवार भी बदलता है। राहुलगांधी जी कहते हैं कि वायनाड के लोग वफादार हैं तो अमेठी के लोगों के बारे में क्या कहेंगे।
स्मृति ईरानी नेेे कहा की वायनाड में राहुल गांधी नेेे चुनाव लड़ने केेेे लिए PFI का समर्थन लिया है। यह संगठन वही है जो हिंदुओं को मारनेेेे के लिए लिस्ट बनाता है। ऐसेेेेेेेे संगठन की मदद से राहुल गांधी क्यों चुनाव लड़ना चाहते हैं। राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी अपने संरक्षण के लिए लड़ेगा। राहुल गांधी ने अमेठी को त्याग दिया और जनता मोदी जी को आशीर्वाद देगी। गांधी परिवार के अंदर अंदरूनी कलह है। जो चाहता है कि राहुल गांधी को नेतृत्व से मुक्त किया जाए।
स्मृति ईरानी ने इससे पहले 5 अप्रैल को कर्नाटक में रैली के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था, कि विपक्ष की हालत यह है कि वे एक तरफ एकजुट होने की बात कहते हैं, तो दूसरी तरफ वायनाड में एक दूसरे के खिलाफ ही लड़ रहे हैं। वामपंथी दल कह रहे हैं कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश जाकर चुनाव क्यों नहीं लड़ते। लेकिन जब वहीं वामपंथी इंडिया गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली जाते हैं, तो वे राहुल गांधी को गले लगाते है। स्मृति ईरानी ने आगे कहा था कि कल मैंने केरल में कहा कि दिल्ली में गले लगाना, केरल में भीख मांगना, लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस जिस स्थिति से गुजर रही है उससे यही कहा जा सकता है कि दिल्ली में गले लगाना, केरल में भीख मांगना और कर्नाटक में ठगना है।
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