उत्तर प्रदेश में अभियान का एक महीना पूरा, अब तक 53 हज़ार टीवी मरीज़ मिलें।

2045 मरीजों के साथ सीतापुर दूसरे, 1818 के साथ लखनऊ तीसरे, 1582 के साथ अलीगढ़ चौथे, 1536 मरीजों के साथ कानपुर पांचवें स्थान पर रहा है। संत रविदास नगर में केवल 131 मैरिज चिन्हित किए गए हैं। अभियान के तहत 3,24,2026 शिविरों का आयोजन किया गया।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार उत्तर प्रदेश।

इस ज़िले में सबसे ज़्यादा उत्तर प्रदेश भर में 1 जनवरी से शुरू किए गए 100 दिवसीय संघ टीवी अभियान का पहला महिना पूरा हो चुका है। पहले महीने और उसके बाद अब तक 53,251 नए टीवी मरीजों की पहचान की गई है। जिनमें से सर्वाधिक मरीज़ आगरा में पाए गए हैं। यहां कुल 2057 मरीज़ चिन्हित किए गए हैं।

इसी तरह 2045 मरीजों के साथ सीतापुर दूसरे, 1818 के साथ लखनऊ तीसरे, 1582 के साथ अलीगढ़ चौथे, 1536 मरीजों के साथ कानपुर पांचवें स्थान पर रहा है। संत रविदास नगर में केवल 131 मरीज़ चिन्हित किए गए हैं। अभियान के तहत 3,24,2026 शिविरों का आयोजन किया गया। जिनमें औसतन में एक दिन में 4604 शिविर लगाए गए। 60998 निक्षय मित्रों ने 1,82,182 टीवी मरीजों को गोद लिया। 306477 पोषण पोटलियों का वितरण किया गया।

मुख्यमंत्री ने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में अभियान की समीक्षा के दौरान इसे सभी 75 जिलों में लागू करने के निर्देश दिए थे।

राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र भटनागर ने बताया है कि निक्षय मित्रों ने प्रदेश में सबसे अधिक 15222 टीवी मरीज़ मथुरा जिले में गोद लिए हैं। कुल 53251 मरीजों में से 36295 का इलाज शुरू किया जा चुका है। सभी 75 जिलों में लगभग 3 करोड़ की उच्च जोखिम वाली आबादी की स्क्रीनिंग की गई है। जिसमें 1.72 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग, एक्स-रे, ट्रूनॉट और माइक्रोस्कोपिक जांच की गई है।

इन लोगों को है सर्वाधिक खतरा……..

  1. 60 साल से अधिक आयु के लोग।
  2. डायबिटीज और एचआईवी के रोगी।
  3. पुराने टीवी मरीज़, जो 5 वर्ष के भीतर उपचार करा चुके हैं।
  4. 3 वर्षों के भीतर टीवी मरीजों के संपर्क में रहने वाले।
  5. झुग्गी- झोपड़ियों, जेलों, वृद्धाश्रमों में रहने वाले लोग।
  6. 18.5 किलोग्राम, से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई ) वाले कुपोषित लोग।
  7. धूम्रपान और नशा करने वाले रोगी।

यह भी पढ़ें – बड़े भाई ने छोटे भाई सहित उसके परिवार पर किया जानलेवा हमला। छोटे भाई की हुई मौत