उत्तर भारत की सर्द हवाओं से मध्य प्रदेश में ठंड, अगले दो दिनों में बदलेगा मौसम।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। इसके अतिरिक्त अन्य कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। 29 जनवरी एवं 1 फरवरी को दो नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार भोपाल (मध्य प्रदेश )।

वर्तमान में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने और उत्तर भारत की तरफ से सर्द हवाएं चलने से ठंड बरकरार है। सोमवार को प्रदेश में सबसे कम 4.8 डिग्री सेल्सियस तापमान उमरिया में रिकॉर्ड किया गया है। हिल स्टेशन पंचमढ़ी में पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा है। 

भोपाल सहित 17 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, बुधवार से ठंड कुछ कम होने की संभावना है।

29 जनवरी को मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। इसके अतिरिक्त अन्य कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। 29 जनवरी एवं 1 फरवरी को दो नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया है कि पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई ज़बरदस्त बर्फबारी के कारण उत्तर भारत क्षेत्र कड़ाके की सर्दी की चपेट में हैं। वातावरण में नमी भी काफ़ी कम है। साथ ही दवाओं का रुख भी उत्तरी भारत बना हुआ है।

इस वज़ह से मध्य प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ रही है। हालांकि, 29 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ की उत्तर भारत के आस-पास सक्रिय होने से हवा का रूख बदलने लगेगा। जिसके कारण बुधवार से कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की संभावना हैं।

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