उर्वरक की कालाबाजारी, निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे चुकाने को मजबूर अन्नदाता।
किसानों की आय दो गुना से तीन गुना कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के ख्वाब दिखाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सहकारिता विभाग के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिली-भगत कर किसानों का खून चूसने पर लगे हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार अंबेडकर नगर (उत्तर प्रदेश)। अंबेडकर नगर के कटेहरी में बाजार सहकारी संघ व बी. पैक्स डोमनेपुर उर्वरक की कालाबाजारी रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। आपको बताते चलें कि एक तरफ शासन में प्रशासन के साथ-साथ प्रदेश के मुखिया व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनगिनत स्टार नेता अपनी-अपनी पूरी ताकत कटेहरी में लगाते हुए, भ्रष्टाचार को पूरी तरह समाप्त कर देने की बात बोलकर किसानों के हितैषी बनने का ढोंग रचते हैं।
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दिन व दिन किसानों की आय को दो गुना से तीन गुना कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के ख्वाब दिखाए जा रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ से सहकारिता विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिली -भगत कर किसानों का खून चूसने पर लगे हैं। सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिसमें सहकारी संघ कटेहरी और बी.पैक्स डोमनेपुर उर्वरक के कालाबाजारी में सबसे आगे है।
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यहां डीएपी 1370 से 1375 एवं यूरिया 280 से 290 तक किसानों से वसूला जाता है।
नाम न छापने की शर्त पर कई किसानों का कहना है कि अनेकों बार उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई है, लेकिन कोई फायदा नहीं होता, उल्टा सचिव से दुश्मनी मोल लेना पड़ता है। फिर खाद मिलना मुश्किल हो जाता है। आखिर योगी सरकार व अन्य पार्टियां इसी भ्रष्टाचार के बल पर चुनाव लड़ेगी। यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।