थाना प्रभारी को घसीटते हुए ले गई एंटी करप्शन की टीम, 30 हज़ार रुपए घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा गया।

एंटी करप्शन टीम की प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि मुकदमा लिखने के एवज में थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह पीड़ित से पैसे मांग रहा था। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। थाना प्रभारी को ₹30,000 लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया है। मुकदमा लिखकर जेल भेजा गया है। मिर्जापुर में घूस लेने का यह मामला नहीं है। इसके दो दिन पहले ही जिगना थाने के हलका दरोगा शकील अहमद को ₹5000 की रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा था।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश )।

एंटी करप्शन की टीम ने गुरुवार को चील्ह थाने के इंचार्ज इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह को ₹30,000 की घूस लेते हुए गिरफ़्तार कर लिया। दरअसल, मुक़दमा दर्ज़ करने के लिए इंस्पेक्टर ने पीड़ित से यह पैसे मांगे थे। जिसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की गई। इंस्पेक्टर को उसी के थाने में घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। एंटी करप्शन की टीम थाना प्रभारी को घसीटते हुए अपनी गाड़ी तक ले गई। इसके बाद उसे शहर कोतवाली ले जाया गया। 

चील्ह थाना प्रांगण में उस समय हड़कंप मच गया जब एंटी करप्शन की टीम थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह को ही घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद थाना प्रभारी गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन एंटी करप्शन की टीम ने उसकी एक नहीं सुनी। थाना प्रभारी को घसीटते हुए गाड़ी तक ले गए। इससे पहले टीम में थाना प्रभारी को पकड़ लिए के  लिए तैयारी कर ली थी। जैसे ही पीड़ित ने पैसे थमाएं, टीम ने थाना प्रभारी को पकड़ लिया।

यह भी पढ़ें – शिक्षक भर्ती घोटाला, मुश्किल में ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी, 15 करोड़ रुपए मांगने की ऑडियो क्लिप लगी सीबीआई के हाथ।

दरअसल, चील्ह थाना क्षेत्र के शिकायतकर्ता की भांजी के साथ चंदौली के एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी मामले में युवक के ख़िलाफ़ शिकायतकर्ता मुक़दमा लिखवाना चाहता था। कई बार थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक तक चक्कर काटा, लेकिन पुलिस ने नहीं कार्यवाही की। मुक़दमा लिखने की एवज में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह ने शिकायतकर्ता से ₹50,000 की डिमांड की।

हालांकि, शिकायतकर्ता इतने पैसे देने से इनकार किया, इसके बाद इसकी शिकायत एंटी करप्शन मिर्जापुर मंडल का इकाई से की गई। एंटी करप्शन टीम ने शिकायतकर्ता से संपर्क साधा। फिर गुरुवार को शिकायतकर्ता थाना प्रभारी को घूस देने गया। इस दौरान,₹30,000 की रिश्वत लेते एंटी करप्शन थाना टीम ने थाना प्रभारी शिव शंकर को थाने में ही पकड़ लिया।

पकड़े जाने के बाद थाना प्रभारी गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन एंटी करप्शन टीम उसे घसीटते हुए शहर कोतवाली ले गई, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

एंटी करप्शन टीम के प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि मुक़दमा लिखने की एवज में थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह पीड़ित से पैसे मांग रहा था। फिर इतने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। थाना प्रभारी को ₹30,000 लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया है। मुक़दमा लिखकर जेल भेजा गया है।

आपको बता दें कि मिर्जापुर में घूस लेने का यह मामला नहीं है। इसके दो दिन पहले ही जिगना थाने के हलका दरोगा शकील अहमद को ₹5000 की रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा था। इसके पहले जिगना थाने के ही दरोगा सुरेंद्र कुमार को घूस मांगने के आरोप में सस्पेंड किया जा चुका हैं।

बाराबंकी को सीओ हैदरगढ़ का पेशकार- चौकीदार रिश्वत लेते गिरफ़्तार………….

बाराबंकी में गुरुवार को एंटी करप्शन टीम ने सीओ हैदरगढ़ के पेशकार और चौकीदार को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ़्तार किया गया है। पेशकार एक मुकदमें में आरोपी का नाम पर ₹30,000 की रिश्वत ले रहा था। गुरुवार को एंटी करप्शन यूनिट अयोध्या की टीम प्रभारी अनुराधा सिंह के नेतृत्व में हैदरगढ़ थाने के कार्यालय पहुंची और कार्यालय में पेशकार दीवान अशोक कुमार पांडेय को ₹30,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ़्तार कर लिया।

यह रिश्वत चौकीदार रामकुमार के जरिेए ली जा रही थी। एंटी करप्शन टीम दोनों को गिरफ़्तार कर लिया। एंटी करप्शन ट्रैप टीम प्रभारी अनुराधा सिंह ने बताया कि भिखारी खेड़ा मंजरी सहावर निवासी रविचंद्र से एक मुकदमे में नाम निकालने के नाम पर ₹30,000 रिश्वत ली गई थी।

यह भी पढ़ें – सुप्रीम कोर्ट ने केरल एचसी के फैसले पर लगाई रोक, दुर्लभ बीमारी के लिए केंद्र को पैसे देने का था आदेश, जानें पूरा मामला….