सूर्य देव अयोध्या में करेंगे राम भक्तों का भव्य स्वागत

थाईलैंड के राज और कंबोडिया की हल्दी की सुगंध से महकेगा राम मंदिर का परिसर।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV9 भारत समाचार  अयोध्या (उत्तर प्रदेश)।  रामनगरी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। रामनगरी त्रेता युग के तौर पर सजाई और सवारी जा रही है। राम भक्तों को रामनगरी में आने के साथ धर्म नगरी में होने का भरपूर आभास होगा। इसके लिए रामपथ और धर्मपथ दोनों पर प्रवेश द्वार बना रहे हैं। रामनगरी में भगवान सूर्य राम भक्तों का स्वागत करेंगे।

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सात घोड़ों पर सवार सूर्य भगवान की प्रतिमा स्वागत द्वार पर लगाई जाएगी। स्वागत द्वारा इसलिए भी अहम है क्योंकि सीधे नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला धर्मपथ मार्ग जो गोरखपुर और लखनऊ के तरफ से आने वाले राम भक्तों के लिए सबसे सुगम होगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि रामनगरी त्रेता युग की परिकल्पना के तौर पर सजाई जा रही है। रामनगरी में त्रेता युगीन कलाकृतियां और स्तंभ लगाये जा रहे हैं।  22 जनवरी को जब रामलला राम मंदिर में विराजमान होंगे, तो उसके पहले रामनगरी अयोध्या आने वाले मेहमानों के स्वागत में भगवान सूर्य उनका स्वागत करेंगे।

साथ ही रामनगरी अपने सूर्य की तरह चमकती हुई दिखाई देगी। धर्मपथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण मार्ग रामनगरी अयोध्या के लिए है। जो हाईवे से लता मंगेशकर चौक को जोड़कर रहा है। जिसे अब आठ लेन का विकसित किया जा रहा है। रामनगरी के प्रवेश द्वार पर ही एक स्वागत गेट बनाया जा रहा है।

इसका निर्माण तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है। और 15 दिन के अंदर इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। क्योंकि रामनगरी अयोध्या में रामलला का भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है।  22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दौरान पूरी दुनिया की नजर रामनगरी अयोध्या पर रहेगी।

राम मंदिर में संपूर्ण देश को समाहित करने का प्रयास किया गया है। कहीं के पत्थर का इस्तेमाल हो रहा है तो कहीं के कारीगर राम मंदिर को आकार देने में जुटे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट की मानी जाए तो रामनगरी अयोध्या में बना रहे भव्य राम मंदिर में देश और विश्व के भी राम भक्त अपना योगदान दे रहे हैं।

जोधपुर के गाय के घी से राम मंदिर में रामलला के सामने घी के दीपक प्रज्वलित होंगे और तो वहीं थाईलैंड की भूमि के रज का भी उपयोग रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा में किया जाएगा। कंबोडिया की हल्दी की सुगंध से राम मंदिर परिसर महकेगा। बीते दिनों थाइलैंड की रज और कंबोडिया की हल्दी रामनगरी अयोध्या पहुंची है।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में इन दोनों का इस्तेमाल होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी बताते हैं, कि हम बैंकॉक गए थे। वहां पर थाईलैंड की भूमि पर एक अयोध्या वासी है। और उस अयोध्या को वहां पर राजधानी कहा जाता है। वहां के राजा को राम कहा जाता है। इस समय वहां आज राम 10 का राज चल रहा है।

थाईलैंड के राजा ने वहां की मिट्टी भेजी है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्य में उसका उपयोग किया जाएगा। गोविंद देवगिरी ने बताया कि हमारे यहां हल्दी को बहुत शुभ माना जाता है। कंबोडिया से सुगंधित हल्दी भेजी गई है। प्रभु रामलला के सेवा आराधना के लिए जैसे कस्तूरी की दूर से सुगंध आती है। ठीक उसी प्रकार उस हल्दी की सुगंध भी दूर से आती है।

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