बालश्रम मुक्त क्षेत्र के लिए SSB और पुलिस का जागरूकता मार्च

बाल तस्करी, बाल श्रम और बाल विवाह के खिलाफ कदम

रिपोर्ट : मुकेश साहनी : महाराजगंज: इंडो-नेपाल सीमा से सटे ठूठीबारी कस्बे में आज बालश्रम, बाल तस्करी और बाल विवाह के खिलाफ एक महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत एसएसबी (SSB), स्थानीय पुलिस, पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति (NGO) और मानव सेवा संस्थान के सदस्यों ने मिलकर पैदल जागरूकता मार्च निकाला।

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दुकानदारों और आम जनता को किया गया जागरूक

SSB and police awareness march for child labor free zoneइस अभियान के दौरान ठूठीबारी बाजार के दुकानदारों से बातचीत कर उन्हें समझाया गया कि बालश्रम न केवल गैरकानूनी है, बल्कि बच्चों के भविष्य के लिए भी खतरनाक है। स्थानीय नागरिकों को जागरूक करने के लिए पथसभा का आयोजन किया गया, जहां वक्ताओं ने बाल श्रम, बाल तस्करी और बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की।

पुलिस और SSB के अधिकारी रहे शामिल  

इस जागरूकता अभियान में ठूठीबारी SSB प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार देवनाथ अपनी टीम के 10 जवानों के साथ शामिल रहे। वहीं, स्थानीय कोतवाली पुलिस उपनिरीक्षक दिनेश सिंह यादव, कांस्टेबल मनोहर यादव, कांस्टेबल अवधेश यादव और अन्य पुलिसकर्मी भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाते दिखे।

NGO और सामाजिक संगठनों की भागीदारी

बालश्रम उन्मूलन के इस अभियान में पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति के प्रतिनिधि श्रवण कुमार, सिस्टर जागरानी और अन्य तीन सदस्य भी शामिल हुए। इसके अलावा, मानव सेवा संस्थान के वरुण मिश्रा और नीलम मिश्रा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और स्थानीय लोगों को बालश्रम उन्मूलन में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।

सरकार और समाज की साझा जिम्मेदारी 

अभियान के दौरान यह संदेश दिया गया कि बालश्रम को खत्म करने के लिए सिर्फ कानून ही नहीं, बल्कि समाज की जागरूकता भी जरूरी है। बच्चों को शिक्षा से जोड़ना, उन्हें सुरक्षित वातावरण देना और उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।

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