अहीर जाति को टारगेट कर भाजपा मंत्री के बेतुके बोल पर बिफरी सपा

एक बूंद दूध की कीमत तुम क्या जानो लक्ष्मीनारायण बाबू...देश के सामाजिक तानेबाने को छिन्न भिन्न करना चाहती है भाजपा- पवन पांडेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता सपा

अयोध्या। उत्तर प्रदेश की विधानसभा से लेकर लोकसभा तक भाजपा के विधायकों, सांसदो व मंत्रियों के बेतुके बोल आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी पर भारी पड़ सकते हैं। यूपी विधानसभा में एक मंत्री ने अहीर जाति को निशाना बनाया तो बखेड़ा खड़ा हो गया है। यूपी में यादव समाज को सपा का आधार वोट बैंक भी माना जाता है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे अंहकार में मतिभंग होना बताया है। राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन पांडेय ने सामाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न करने की साजिश बताया है।

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दूध देने वाले जानवरों का पालन करने वाले अधिकांश लोग घाटा सहकर भी यह पुश्तैनी धंधा करते हैं। देश के अंदर पशुपालन व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में लगभग आठ करोड़ परिवार सक्रिय हैं। देश के विभिन्न प्रदेशों में पशुपालकों को अहीर, बृजवासी, गोली, गवली, जादव, वरगादी, महकुल, ठेठवार, गोवरा, राउत, ग्वाली, लिंगायत, गोपाल, गोप, आदि उपनामों से जाना जाता है। यूपी में दुग्ध उत्पादन का अधिकांश कार्य अहीर जाति करती है। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को टारगेट करते हुए मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने यादव समाज पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने पूरे अहीर समाज को जानवर पालने वाला कहा था। यादव समाज को सपा का आधार वोट बैंक माना जाता है।

यूपी, देश में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। भारत विश्व में भैसों की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है। केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के अनुसार देश में भैंसों की 26 तरह की नस्लें हैं। इनमें पंढरपुरी, बन्नी, भदावरी, चिल्का, मुर्रा, नीलीरावी, जाफराबादी, नागपुरी, कालाखंडी, मेहसाणा, सुर्ती, तोड़ा भैंस की ऐसी नस्लें हैं जो दूध देने वाले पशुओं में मशहूर है। समान्यतया गाय पालन तो लगभग सभी जातियां करती हैं लेकिन भैंस पालन यादव जाति ही ज्यादा करती है।

योगी सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण की विवादित टिप्पणी पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि अपनी ही सरकार में मंत्री जी शक्तिहीन और बेबस हैं। ऐसे मंत्रियों की व्यक्तिगत टिप्पणी पर जवाब देने का कोई मतलब नहीं जिन मंत्रियों की अपनी ही सरकार में कोई गिनती तक नहीं है। बेचारगी से त्रस्त ऐसे मंत्री को भगवान सन्मति दे!

देश में जितनी दूध की डिमांड है उसके सापेक्ष दूध का उत्पादन लगभग 4 गुना कम है। ऐसे में भाजपा के मंत्री के ऐसे बेतुके बयान पर पुश्तैनी व्यवसाय करने वाले अहीर जाति के लोगों ने भैंस गाय पालना अगर बंद कर दिया तो स्थिति क्या होगी के सवाल पर अयोध्या के पूर्व विधायक व सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन पांडेय ने कहा कि दूध पीकर मंत्री जी बड़े हुए होंगे, और अभी भी रात को एक गिलास दूध जरूर पी कर सोते होंगे, सुबह चाय में भी दूध ही पीते होंगे, दूध की चाय पीकर सदन तक पहुंचे मंत्री जी को शायद दूध की कीमत नहीं पता।

बातचीत के दौरान सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन पांडे ने एक मशहूर फिल्मी डायलॉग की तर्ज पर कहा कि एक बूंद की दूध की कीमत तुम क्या जानो चौधरी लक्ष्मी नारायण, यह ईश्वर का वरदान है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा का काम ही विघटन का है। उसके मंत्री ऐसे बयान देकर देश के सामाजिक समरसता और तानेबाने को बर्बाद करना चाहते हैं।
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