शौचालय विहीन हुआ मार्तंड क्रमांक 01 स्कूल, छात्र-छात्राएं और स्टाफ परेशान।

मार्टन क्रमांक 01 के प्रभारी प्राचार्य द्वारा पीएम योजना को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। एक और जहां स्कूल शिक्षा विभाग विद्यार्थी एवं शिक्षकों के लिए सुधारण अधोसंरचना एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सीएम राइज और पीएम श्री तथा उत्कृष्ट विद्यालय संचालित कर रहा है। वहीं दूसरी ओर जिले का उत्कृष्ट विद्यालय पुरुष शिक्षकों एवं छात्राओं के लिए स्वच्छ शौचालय भी उपलब्ध नहीं कर पा रहा है। बताया गया है कि प्रभारी प्राचार्य श्री दूरदर्शिता के कारण छात्रों के लिए उपलब्ध पुराने प्रधान को आनन फानन में 4 महीने पहले गिरा दिया गया।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार रीवा (मध्य प्रदेश )।

जिले का ऐतिहासिक विद्यालय मार्तंड क्रमांक 01 जिसकी पहचान इन दोनों उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में होती आ रही है। वहां के छात्र-छात्राओं को विद्यालय प्रबंधन एक शौचालय तक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। जबकि स्वच्छता एवं घर-घर एवं हर सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में शौचालय अनिवार्य किया गया है।

स्वच्छता अभियान देश के प्रधानमंत्री की उच्च महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार है। लेकिन मार्टन क्रमांक 01 के प्रभारी प्राचार्य द्वारा प्रधानमंत्री योजना को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। एक और जहां स्कूल शिक्षा विभाग विद्यार्थी एवं शिक्षकों के लिए सुदृढ़ अधोसंरचना एवं सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सीएम राइज और पीएम श्री तथा उत्कृष्ट विद्यालय संचालित कर रहा है। 

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वहीं दूसरी ओर जिले का उत्कृष्ट विद्यालय पुरुष शिक्षकों एवं छात्रों के लिए स्वच्छ शौचालय भी उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। बताया गया है कि प्रभारी प्राचार्य की अदूरदर्शिता के कारण छात्रों के लिए उपलब्ध पुराने प्रसाधन में आनन फानन में 4 महीने पहले गिरा दिया गया।

नया निर्माण कार्य आज तक प्रारंभ नहीं करवाया जा सका। जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। पता चला है कि विद्यालय विकास के लिए चालू सत्र में ही छात्रों से 1000 से 1200 शाला विकास निधि के नाम पर प्रति छात्र वसूले गए थे। जो फर्जी बिल ब्राउज़र के माध्यम से निकाल ली गई। छात्रों को सुविधा मुहैया नहीं कराई गई। 3 वर्षों से अब तक पुरुष शिक्षकों के लिए परिसरों के अंदर कोई स्वच्छ शौचालय उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। इस गंभीर समस्या की ओर प्रधान ने ना तो ध्यान दिया और ना ही कोई व्यवस्था करने की योजना बनाई है।

मजबूरन शिक्षकों ने मिलकर निजी खर्चे पर विद्यालय भवन के एक कोने में टीना-टपरा लगाकर किसी तरह काम चलाओ शौचालय -टॉयलेट की व्यवस्था बनाई है।

उत्कृष्ट विद्यालय में चल रही अव्यवस्था से अब विद्यालय स्टाफ को भी ऐसा लगने लगा है कि जब तक उक्त विद्यालय में स्थाई प्राचार्य की पदस्थापना नहीं होंगी तब मार्तंड 01 विद्यालय की व्यवस्थाएं सुधारना संभव नहीं लग रहा है।

छात्र संगठन से छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन को चेताते हुए कहा है कि अगर जल्द ही स्कूल में शौचालय की स्थाई व्यवस्था नहीं होती तो इस गंभीर समस्याओं को लेकर कलेक्टर से छात्र संगठन को शिकायत के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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