राजकीय चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षकों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस करने पर होंगी कड़ी कार्यवाही – डीएम।
जिलाधिकारी ने महानिदेशक चिकित्सा को दिए गए निर्देशों के आधार पर कहा है कि चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के संस्थान प्रमुख शासन के निर्देशों का पूर्णतया अनुपालन करते हुए यह सुनिश्चित करें कि आपके नियंत्रणाधीन कोई भी राजकीय चिकित्सा किसी ने जी नर्सिंग होम एवं संस्थान अथवा निजी क्लीनिक में प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त न हो।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार सहारनपुर ।
प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए पाएं जाने पर नियंत्रक की भी होंगी जिम्मेदारी तय……..
जिलाधिकारी मनीष बंसल की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में जनपद स्तर पर राजकीय चिकित्सकों एवं चिकित्सा शिक्षकों द्वारा की जा रही प्राइवेट प्रैक्टिस की शिकायतों की जांच हेतु गठित सतर्कता समिति की बैठक आहूत की गई।
जिलाधिकारी ने महानिदेशक चिकित्सा के दिए गए निर्देशों के आधार पर कहा कि चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के संस्थान प्रमुख शासन के निर्देशों का पूर्णतया अनुपालन करते हुए यह सुनिश्चित करें कि आपके नियंत्रणाधीन कोई भी राज्यकीय चिकित्सक किसी भी नर्सिंग होम एवं संस्थान अथवा निजी क्लीनिक में प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त न हो।
यदि आपके नियंत्रणाधीन किसी भी राजकीय चिकित्सक द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त होने की पुष्टि होती है, तो तत्काल उनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही की सूचना समिति का उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
यह भी पढ़ें – श्रद्धालु बनकर आए एक युवक ने झूसी में एक युवती को अपनी पत्नी बनाकर रात भर के लिए शरण ली, फिर की हत्या।
डीएम मनीष बंसल ने निर्देश दिए कि यदि किसी चिकित्सक द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त होने की सूचना किसी भी कन्या माध्यम से समिति को प्राप्त होती है, तो यह समझा जाएगा कि संबंधित नियंत्रक अधिकारी द्वारा जानबूझकर तथ्यों को छिपाया जा रहा है। इसलिए संबंधित नियंत्रक अधिकारी के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएंगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के चिकित्सा शिक्षक एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के राजकीय चिकित्सकों द्वारा शपथ पत्र लिया जाएं कि उनके द्वारा कहीं पर निजी प्रैक्टिस की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर बावजूद अगर कोई निजी प्रैक्टिस करता पाया जाता है, तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएंगी। किसी के साथ सभी की एक सूची तैयार कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एलआईयू को उपलब्ध कराई जाएं।
जनपद स्तर पर गठित सतर्कता समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी द्वारा नियमित अधिसूचना इकाई का सदस्य प्रमुख चिकित्सालय अधिक शिक्षा जिला चिकित्सालय सदस्य का मुख्य चिकित्सा अधिकारी सदस्य सचिव होंगे।
बैठक में एसपी सिटी व्योम बिंदल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज डॉक्टर सुधीर राठी, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर रामानंद , प्रमुख चिकित्सा अधिक्षिका का जिला महिला चिकित्सालय डॉक्टर इंदिरा सिंह, एवं क्षेत्राधिकारी एलआईयू उपस्थित रहें।
यह भी पढ़ें – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय बंद कराया, विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन… देखें Video