प्रेग्नेंट पत्नी से मिलने के लिए मांगी छुट्टी, छुट्टी नहीं मिली तो कमांडो ने सर्विस राइफल से ख़ुद को मारी गोली।

पुलिस कर्मियों में बढ़ता आत्महत्या का ग्राफ विनीत की आत्महत्या से केरल पुलिस में बढ़ते तनाव और आत्महत्या की घटनाओं पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं। अनौपचारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक लगभग 90 पुलिस कर्मी काम के दबाव पर तनाव के कारण अपनी जान ले चुके हैं। लगातार काम का दवा बन मौत की वजह विशेष अभियान समूह के साथ जुड़े विभिन्न लंबे समय से माओवादियों के ख़िलाफ़ अभियान का हिस्सा थे। बिना किसी ब्रेक के लगातार ड्यूटी ने उनके तनाव को और बढ़ा दिया। आख़िरकार, रविवार रात उन्होंने कैंप में अपनी सर्विस राइफल से आत्महत्या कर ली। घटना के तुरंत बाद में अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकीं।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार केरल ।

केरल पुलिस से जुड़ी एक दुखद घटना में विशेष अभियान समूह के एक कमांडो ने आत्महत्या कर ली। 35 वर्षीय कमांडो विनीत ने आत्महत्या कर ली। जो माओवादियों के ख़िलाफ़ अभियान का हिस्सा थे। मल्लपुरम जिले के अरेकोड पुलिस कैंप में अपनी सर्विस राइफल से ख़ुद को गोली मार ली। यह घटना सोमवार रात हुई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, वह छुट्टी ना मिलने के कारण और अधिक काम के दबाव के कारण तनाव में थे।

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गर्भवती महिला के पास जाने की थी इच्छा……….

वायनाड के रहने वाले कमांडो विनीत पिछले 45 दिनों से लगातार ड्यूटी पर थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी के साथ समय बिताने लिए छुट्टी की मांग की थी। हालांकि, अधिकारियों द्वारा छुट्टी मंजूर ना किए जाने पर वह मानसिक दबाव का सामना कर रहे थे। पुलिस करेंगे में बढ़ता आत्महत्या का ग्राफ विनीत की आत्महत्या से केरल पुलिस में बढ़ते तनाव और आत्महत्या के घटनाओं पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं। अनौपचारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक लगभग 90 पुलिसकर्मी काम के दबाव और तनाव के कारण अपनी जान ले चुके हैं।

लगातार काम का दबाव बना मौत की वज़ह……….

विशेष अभियान समूह के साथ जुड़े विनीत लंबे समय से माओवादी के ख़िलाफ़ अभियान का हिस्सा थे। बिना किसी ब्रेक के लगातार ड्यूटी ने उनके तनाव को और बढ़ा दिया था। आख़िरकार, रविवार रात उन्होंने कैंप में अपनी सर्विस राइफल से आत्महत्या कर ली। घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकीं। सवालों के घेरे में काम का माहौल विनीत की आत्महत्या ने पुलिस कर्मियों के काम के माहौल और छुट्टी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक दबाव और तनाव को कम करने के लिए अधिकारियों को पुलिस कार्यों की मानसिक स्वास्थ्य और उनके निजी जीवन को भी प्राथमिकता देनी चाहिए।

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