प्रदेश के हर व्यक्ति को समय पर सुलभ और उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने सरकार प्रतिबद्ध- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल।
उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने विशेष रूप से शिशु मृत्यु दर और माता मृत्यु दर जैसे महत्वपूर्ण स्वस्थ मानको में सुधार लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा है कि इन मानकों में सुधार के लिए ऐसी रणनीतियां बनाई जानी चाहिए जो शॉर्ट टर्म में त्वरित प्रभाव दें साथ ही दीर्घकालिक समाधान में प्रदान करें। उन्होंने वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि मंडल से प्रदेश की वर्तमान स्वास्थ्य चुनौतियों का सटीक आकलन कर ऐसे सुझाव देने के लिए कहा जिनसे तत्कालिक और दीर्घकालिक लाभ चरणबद्ध रूप से प्राप्त हो सकें।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार रीवा (मध्य प्रदेश )।
उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार के हर व्यक्ति को समय पर , सुलभ और उच्च गुणवत्ता के स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विशेषज्ञ चिकित्सा और अन्य चिकित्सा मैनपावर की कमी एक प्रमुख चुनौती है। जिसे प्रभावी रणनीतियों से दूर किया जाना जरूरी है। इसके लिए मेडिकल के साथ नॉन मेडिकल हस्ताक्षेपों पर भी काम करना होगा। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि प्रदेश में सभी स्वास्थ्य सेवाओं और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो ताकि स्वास्थ्य सुविधा और हर क्षेत्र ,हर वर्ग तक पहुंच सकें।
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उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ला से आज मंत्रालय भोपाल में वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट की। उन्होंने प्रदेश स्वास्थ्य तंत्र को और सशक्त बनाने के लिए विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा है कि मध्य प्रदेश की प्राथमिकता है कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में भी उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत बनाने के लिए फर्स्ट रेफरल यूनिट्स के रूप में विकसित करने के प्रयास किया जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में वृद्धि के साथ में मैनपावर व्यवस्था के लिए व्यापक भर्तियां की जा रह हैं। इन प्रयासों के आधार पर सदुपयोग से स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण और स्वास्थ्य मानकों में सुधार शासन का लक्ष्य है।
तात्कालिक और दीर्घकालिक लाभ के लिए दिए सुझाव……………
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने विशेष रूप से शिश मृत्यु और मातृ मृत्यु दर जैसे महत्वपूर्ण मानकों में सुधार लाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंनेेेे कहा है कि इन मानकों में सुधार के लिए ऐसी रणनीति बनाई जानी चाहिए जो शॉर्ट टर्म में त्वरित प्रभाव दें साथ ही दीर्घकालिक समाधान भी प्रदान करें। उन्होंने वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि मंडल से प्रदेश की वर्तमान चुनौतियों का सटीक आकलन कर ऐसेेेेेेेे सुझाव देने के लिए कहा जिनसे तात्कालिक और दीर्घकालिक लाभ चरणबद्ध रूप से प्राप्त हो सकें।
‘गेटिंग हेल्थ रिफॉर्म राइट ‘ फ्रेमवर्क के तहत वर्ल्ड बैंक मध्य प्रदेश स्वास्थ्य सुधार के लिए अध्ययन कर देगा सुझाव।
वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि श्री अमित नागराज ने बताया है कि “गेटिंग हेल्थ रिफॉर्म राइट” फ्रेमवर्क के तहत वर्ल्ड बैंक मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सुधार के लिए एक समग्र और साक्ष्य आधारित अध्ययन करेगा। यह अध्ययन प्रदेश के स्वास्थ्य तंत्र की मौजूदा चुनौतियों और अफसर का विश्लेषण करेगा। यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सुधारात्मक कम सुझाएगा। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य तंत्र को अधिक प्रभावी और समान बनाने के साथ-साथ प्रदेश के नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करना है।
वर्ल्ड बैंक प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा है कि वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए अपने कार्य और सफल योजनाओं के आधार पर मध्य प्रदेश के लिए उपयुक्त और व्यवहारी सिफारिशें देंगे। यह अध्ययन जनवरी 2025 से शुरू होगा और मार्च 2025 तक अपनी अंतिम रिपोर्ट को कार्य नवीनतम रोड मैप प्रस्तुत करेगा। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप यादव, ऐग्पा के एडिशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा, वर्ल्ड बैंक की हेल्थ स्पेशलिस्ट सुश्री जिज्ञासा शर्मा, श्री क्रिस एंडरसन और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
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