पिता ने बेटे को मार डाला, तालाब से बरामद हुई 30 से ज्यादा हड्डियां
पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर, उसकी निशानदेही पर तालाब से हड्डियां बरामद कर ली हैंl
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश)। बेटे की हत्या कर शव खेत में जलाया और हड्डियां तालाब में फेंक दी। हैरान और परेशान करने वाली यह खबर जनपद लखीमपुर खीरी जिले से है। जहां पर एक व्यक्ति ने अपने 30 वर्षीय बेटे की हत्या कर उसका शव जला दिया और शव जलाने के बाद सबूत छुपाने के लिए हड्डीयां तालाब में फेंक दीं। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा रविवार की शाम हुआ। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर तालाब से हड्डियां भी बरामद कर ली हैं।
यह भी पढ़ें : फ्री प्लांड मर्डर था माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या
प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें, कि पिता रामनक्षत्र का बड़े बेटे विजेंद्र से अक्सर झगड़ा होता रहता था। होली वाले दिन पिता से झगड़ा के बाद विजेंद्र की अपनी पत्नी नीलम से भी कहा सुनी हो गयी थी। जिस कारण नीलम नाराज होकर अपने तीनों बच्चों के साथ शारदा नगर इलाके के मूलचंद पूरवा में अपने मायके चली गई थी। वहां रहते हुए नीलम की विजेंद्र से फोन पर कई बार बात हुई । विजेंद्र ने नीलम को ऑनलाइन रुपए भी ट्रांसफर किए थे। मगर अब कुछ दिनों से विजेंद्र का फोन स्विच ऑफ आ रहा था। इस पर नीलम रामनवमी वाले दिन 17 अप्रैल को ससुराल वापस आ गई। पति घर पर नहीं मिला तो तलाश शुरू की गयी। नीलम ने अपने ससुर पर पति को गायब करने का शक जाहिर करते हुए शनिवार को मितौली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर दी।
सीओ मितौली शमशेर बहादुर सिंह के मुताबिक रविवार सुबह रामनक्षत्र को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने पूरी घटना कबूल कर ली। गणेशपुर गांव में पिता द्वारा बेटे की हत्या का मामला खुलने पर फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। फॉरेंसिक टीम ने जहां शव जलाया गया वहां से भी साक्ष्य, सबूत एकत्र किए। इसके बाद टीम ने तालाब से हड्डियां भी बरामद की और कई साक्ष्य एकत्रित किए।
घर से 700 मीटर दूर शव जलाया गया। आरोपी पिता रामनक्षत ने गणेशपुर गांव स्थित अपने मकान से करीब 700 मीटर दूर सूखे तालाब के पास खेत में शव जलाया। इसके बाद वहां से एक किमी दूर दूसरे तालाब में बेटे की हड्डीयां फेंकी थी। विजेंद्र की पत्नी नीलम ने बताया कि आए दिन उसके पति का अपने पिता से झगड़ा होता रहता था। घर में सबसे बड़ा बेटा विजेंद्र ही था। विजेंद्र का एक छोटा बेटा भाई पंकज है। घर में बड़ा होने पर विजेंद्र ही पैसा कमाता था। कुछ दिन पहले ही उसके देवर की शादी हो गई और वह भी कमाने लगा और उसने पास में ही अपना मकान बना लिया। इसके बाद उसके ससुर राम नक्षत्र अपने बड़े बेटे विजेंद्र से दूरी बनाने लगे और जमीन में हिस्सा न देने की बात कहते थे। तीन एकड़ जमीन है इसी बात को लेकर विजेंद्र की पिता से लड़ाई होती थी।
विजेंद्र की पत्नी ने आरोप लगाया है, कि इसी के चलते ससुर ने अपने बेटे की हत्या की है। विजेंद्र की तलाश के लिए पुलिस जब उसके घर पहुंची तो उसकी पत्नी नीलम ने घर के एक कमरे में ससुर द्वारा मारकर शव दफनाने का शक जहर किया। इस पर पुलिस ने कमरे में खुदाई भी कराई लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद कुछ देर बाद ही आरोपी ने हत्या करने की बात कबूल कर ली और मारकर शव जलाने की बात पुलिस को बता दी।
यह भी पढ़ें : फ्री प्लांड मर्डर था माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या