पीड़िता न जाती कोर्ट तो न होती सुनवाई, काकादेव थाना पुलिस ने किया था अनसुना।
लेबर कोर्ट से लगभग 6 लाख 12000 रुपए का चेक मिला और 5 साल की एफडी करने का आश्वासन शाखा प्रबंधन को दिया गया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार कानपुर -जिला बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। काकादेव थाना अंतर्गत के अंतर्गत क्षेत्र सर्वोदय नगर लोहारन भट्टा निवासी उमा भारती के अनुसार काकादेव थाना पुलिस ने नहीं दर्ज की थी रिपोर्ट। 24 सितंबर 2022 को पीड़िता के पति पप्पू भारती की रावतपुर स्टेशन में कार्य करते हुए एक हादसे में मौत हो गई थी, जिसके कारण मृतक पप्पू भारती का मित्र एसके सिंह ने पीड़िता उमा भारती से नौकरी और रेलवे से पैसे दिलवाने की बात कहीं।
लेबर कोर्ट से लगभग 6 लाख, 12,000 रुपए, का चेक मिला और 5 साल की एफडी करने का आश्वासन शाखा प्रबंधक को दिया गया।
पांडू नगर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनेजर अजय कठेरिया से जान पहचान का हवाला देकर एसके सिंह ने सभी जरूरी कागज़ातों पर पीड़िता के हस्ताक्षर करवा लिए और पीड़िता को घर जाने को बोल दिया।
वहीं दूसरी तरफ जालसाज एसके सिंह ने बैंक कैशियर के साथ 4.5 लाख रुपए निकाल लिये।
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जिसकी जानकारी पीड़िता को हुई तो शिकायत करने काकादेव थाने गई, जहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। बल्कि झूठा आरोपों में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया गया।
काकादेव पुलिस प्रशासन द्वारा सुनवाई न होने पर पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और मिला इंसाफ, कोर्ट के आदेश के बाद काकादेव थाना पुलिस प्रभारी ने तत्काल कोर्ट का आदेश के अनुसार बैंक मैनेजर सहित तीन लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया, मामले में उचित कार्यवाही कर आगे की जांच करने का आश्वासन दिया।