पीडीए व छावनी परिषद के सहयोग से हो रहा है, रोड्स का निर्माण।

अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पड़ा और छावनी परिषद के सहयोग से शहर से प्रसंग को जोड़ने वाले सड़कों का निर्माण कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। सभी सड़के पिछले कुंभ की तुलना में दोगुनी से ज्यादा संख्या में चौड़ी की जा रही है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। महाकुंभ के आयोजन को लेकर पूरे शहर में सड़कों के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के कार्य जोरों पर हैं। ऐसे में महाकुंभ के केंद्रीय स्थल संगम की ओर जाने वाले सड़कों की चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी अंतिम चरण में है। इसको 30 नवंबर तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है।

यह भी पढ़ें – दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में मौसम ने करवट बदली, 6 दिन 3 राज्यों में भारी बारिश होने की चेतावनी।

अपार मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पीडीए और छावनी परिषद के सहयोग से शहर से संगम को जोड़ने वाले सड़कों का निर्माण कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा‌। श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या के मुताबिक क्षेत्र की सभी सड़के पिछले कुंभ की तुलना में दोगुनी से ज्यादा संख्या में चौड़ी की जा रही है।

महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन सीएम योगी की प्राथमिकता है। ऐसे में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है। महाकुंभ 2025 में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में डेढ़ से दो गुना है। सड़कों का चौड़ीकरण भी उसी अनुपात में किया जा रहा है। महाकुंभ में प्रयागराज आने का अनुमान है, प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं का मुख्य गंतव्य स्थल त्रिवेणी संगम है। त्रिवेणी संगम को शहर से जोड़ने वाले सभी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।

अपर मेलाधिकारी ने बताया कि शहर से संगम जाने वाली त्रिवेणी रोड, लाल सड़क, काली सड़क, नवल राय रोड, किला घाट रोड, दारागंज रोड के चौड़ीकरण का कार्य 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें – श्री राहुल गांधी ने नवनिर्मित शहीद चौक का किया उद्घाटन, राहुल गांधी, अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक संपन्न।

श्रद्धालुओं की संख्या के अनुमान के मुताबिक सभी सड़कों की क्षमता को दोगुना किया जा रहा है। साथ ही सड़कों के दोनों ओर इंटरलॉकिंग फुटपाथ भी बनाए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रयागराज जंक्शन से संगम को जोड़ने वाली त्रिवेणी रोड को और दारागंज की रिवर फ्रंट रोड का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है जो जल्द ही पूरा हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र की सड़के छावनी परिषद के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। इन सड़कों का निर्माण वह चौड़ी कारण का कार्य पीडीए छावनी परिषद के सहयोग से हो रहा है। साथ ही किला घाट और हनुमान मंदिर के आगे संगम नोज तक जाने वाली इंटरलॉकिंग सड़के भी दोगुनी चौड़ी की जा रही है। इनका निर्माण कार्य भी 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। सड़क के किनारे व मुख्य चौराहों पर होल्डिंग व‌ साइड बोर्ड के जरिए श्रद्धालुओं को मेले के मुख्य दर्शनीय स्थलों के बारे में सभी जानकारी व  सूचनाएं दी जाएगी। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह सूचना ‌व पूछताछ केंद्र भी बनाए जाएंगे।