पटरी फाटक पर रोती-बिलखती लावारिस अवस्था में मिली दो बच्चियां।
थाना देहात कोतवाली प्रभारी चंद्रसेन सैनी की पुलिस टीम ने मानवता का दिया एक बड़ा पैगाम। अपनी बच्चियों को सकुशल देख माता पिता ने इंस्पेक्टर चंद्रसेन सैनी सहित उनके पूरी टीम का किया शुक्रिया अदा। बच्चियों की तलाश कर सकुशल उनके माता-पिता के पास पहुंचाया गया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार सहारनपुर (उत्तर प्रदेश )।
पटरी फाटक पर रोती-बिलखती लावारिस अवस्था में मिली दो बच्चियों को थाना देहात कोतवाली प्रभारी चंद्रसेन सैनी की पुलिस टीम ने काफ़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों के परिजनों का पता लगाते हुए सकुशल बच्चियों को उनके माता-पिता के पास पहुंचाया गया।
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आपकों बता दें कि कल दो बच्चियों रोती-बिलखती पटरी रेलवे फाटक पर लावारिस अवस्था में पुलिस को मिली थी। जैसे ही रोती-बिलखती लावारिस बच्चियों का यह मामला थाना देहात कोतवाली प्रभारी चंद्रसेन सैनी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने पुलिस टीमों का गठन कर बच्चियों के परिजनों की तलाश में लगा दी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं व्हाट्सएप ग्रुपों का भी सहारा लिया गया। वैसे पुलिस टीम बच्चियों के परिजनों को तलाशते – तलाशते उनके घर पर पहुंच चुकी थी। लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर अपने बच्चियों की फोटो देखकर बच्चियों के परिजन भी शेखपुरा कदीम चौकी पर पहुंचे थे।
अपनी दोनों बेटियों मीनू (3 वर्ष) एवं सुमायरा (2 वर्ष) कोसा कुशल देख फूले नहीं समाए , और उन्हें गले लगाते हुए इंस्पेक्टर चंद्रसेन सैनी, शेखपुरा चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान, हेड कांस्टेबल सौरभ धामा, एवं महिला कांस्टेबल शीतल का दिल से शुक्रिया और धन्यवाद अदा किया।
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