ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अमर हो जाएगा रतन टाटा का नाम, होने जा रहा है यह काम।
दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी में से एक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी रतन टाटा का नाम अमर होने जा रहा है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार महाराष्ट्र (नई दिल्ली)। महाराष्ट्र के इस व्यक्ति को दुनिया की सबसे बड़े यूनिवर्सिटी में से रतन टाटा का नाम अमर होने जा रहा है। टाटा ग्रुप और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के समर विले कॉलेज ने दिवगंत रतन टाटा के सम्मान में एक ऐतिहासिक बिल्डिंग बनाने का फैसला लिया है। इस बिल्डिंग के बाद रतन टाटा का नाम पूरी तरह से अमित हो जाएगा। प्रताप केसरी, रतन टाटा का निधन 9 अक्टूबर को ब्रिज कैंडी हॉस्पिटल में हुआ था। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से किस तरह की जानकारी सामने आई है।
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कुछ समय पहले लिया गया था फैसला-
एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस इमारत का नाम रतन टाटा बिल्डिंग होगा। निर्माण 2025 की शुरुआत यानी फरवरी-मार्च मैं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के नए रैडक्लिफ ऑब्जर्वेटरी क्वार्टर के केंद्र में शुरू होगा। बयान के अनुसार परमार्थ और मानवता की भलाई के लिए काम करने वाले टाटा के सम्मान में नई बिल्डिंग का नाम रखने का फैसला कुछ समय पहले किया गया था ,प्रताप केसरी, उनके निधन पर भारत और दुनिया में जिस रूप से संवेदना जताई गई यह कदम उन्हें श्रद्धांजलि देने को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाता है।
बिल्डिंग में क्या-क्या होगा-
टाटा संस के चेयरमैन इन चंद्रशेखरन ने कहा कि समर विले कॉलेज के साथ यह सोसाइटी टाटा के प्रति एक श्रद्धांजलि है, उनके नाम पर बनी इमारत भारत के लिए जरूरी शोध का केंद्र होगी। समर विलय कॉलेज के प्रिंसिपल बैरोनेस रॉयल ने कहा है कि यह इमारत दशक में कई बातचीत आशा और सपनों तथा टाटा के साथ हमारे लंबे सहयोग का फल है।
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इमारत में नए सेमिनार हॉल और कार्यालय होंगे, साथ ही सजा अध्ययन के लिए स्थान स्वागत कक्षा,शिक्षाविदों के लिए आवास भी होंगे।
कब हुआ था निधन-
बुधवार 9 नवंबर को देर रात को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में रतन टाटा की खबर आई थी। वह 86 वर्ष के थे। उसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। रतन टाटा ट्रस्ट के प्रमुख थे, उनके बाद नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का प्रमुख बनाया गया नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई है। मौजूदा समय में नोएल टाटा टाटा ग्रुप के कहीं बिजनेस को देख रहे हैं।