आडिशा के पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर में सुरक्षा को लेकर भारी चूक दिखी।
मंदिर के आसपास सुरक्षा का एक कड़ा घेरा होता है, ऐसे में सुरक्षा के घेरे में चूक कैसे हुई? इसे लेकर प्रशासन अब छानबीन कर रहा है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार (ओडिशा )। यहां सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर एक अनजान शख्स मंदिर के शिखरपर जा चढ़ा। जैसे ही खबर सामने आए तो पूरा प्रशासन सकते में आ गया। मंदिर के आस-पास सुरक्षा का एक कड़ा घेरा होता है, ऐसे में सुरक्षा के घेरे में चूक कैसे हुई? इसे लेकर प्रशासन अब छानबीन कर रहा है।
घटना बुधवार शाम की है, जानकारी के मुताबिक, देर शाम जब श्रद्धालु मंदिर के अंदर जाने का इंतजार कर रहे थे।
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तभी मंदिर के शिखर पर एक व्यक्ति अचानक चढ़ गया, इसका वीडियो भी सामने आया है। शख्स अपने आप को छत्रपुर निवासी बता रहा है।और मंदिर के शिखर पर चढ़ने के बाद यह शख्स वहीं खड़ा रहा। जैसे ही सुरक्षाकर्मियों को इसकी भनक लगी उन्होंने उसे नीचे उतारा। फिर पुलिस ने उसे शख्स को हिरासत में ले लिया। पुलिस अब मामले की छानबीन कर रही है ।
ओडिशा के पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है। लाखों करोड़ों की संख्या में लोग यहां दर्शन करने आते हैं। इस कारण मंदिर में सुरक्षा केवी पुख्ता इंतजाम होते हैं। ऐसे में इस तरह की घटना ने लोगों को सकते में डाल दिया है। हर कोई यह जानवर हैरान रह गया कि आखिरकार स्वच्छ सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर वहां पहुंचा कैसे? किसी को पता क्यों नहीं लगा? पुलिस ने बताया कि शिखर पर चढ़ने वाले व्यक्ति अपने आप को छत्रपुर का निवासी बता रहा है।
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व्यक्ति के अनुसार 1988 से मंदिर आता-जाता रहा है और उसकी एक मन्नत पूरी हो वह नील चक्र को छूकर प्रणाम करना चाहता था। इसलिए वह मंदिर के शिखर तक पहुंच गया, फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, मामले में आगामी कार्यवाही जारी है।
चार धामों में से एक है जगन्नाथ मंदिर –
ओडिशा की पुरी शहर में स्थित जगन्नाथ मंदिर भारत के चार धामों में से एक है। यह भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है और वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है। मंदिर की स्थापना 1150 ई. में गंग राजवंश के शासनकाल में हुई थी। मंदिर के रिकॉर्ड के मुताबिक, अवंती के राजा इंद्रद्युम्न ने मंदिर का निर्माण करवाया था। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां हैं। मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों पर हनुमान जी की मूर्तियां हैं। मंदिर के शिखर पर लगा झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता है।