निपुण परीक्षा परिणाम के आधार पर हो शिक्षकों का भी आंकलन, जिलाधिकारी।
कोलकाता शिक्षा में आगामी निपुण परीक्षा कक्षा 1 से 8 तक के लिए तैयारी इस प्रकार हो कि छात्रा ए प्लस ग्रेड प्राप्त कर पाएं। समस्त ए आर पी एवं खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए की शिक्षक पढ़ाते समय विशेष कर भाषा विषय में रोचकता लाएं। निरीक्षण में देखा जा रहा है कि छात्र रोचकता के साथ पढ़ने के स्थान पर किसी अनुच्छेद को रट रहे होते हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार हापुड़ (उत्तर प्रदेश )।
हापुड़ आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक का आयोजन जिलाधिकारी श्रीमती प्रेरणा शर्मा का मुख्य विकास अधिकारी श्री हिमांशु गौतम की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में शिक्षा विभाग के उप शिक्षा निदेशक, प्राचार्य डाइट जितेंद्र मलिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रितु तोमर सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, ए आर जी, ए आर पी, पीएम श्री विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के वार्डन एवं विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
यह भी पढ़ें – सड़क दुर्घटना में घायल सर्राफ का ज्वेलरी से भरा बैग चोरी, तीन चोरों को पुलिस ने किया गिरफ़्तार।
जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में चर्चा के बिंदु निम्नवत थे। ऑपरेशन कायाकल्प, गुणवत्ता शिक्षा, बालिका शिक्षा, मध्याह्न भोजन, यू डायस प्लस, पीएम श्री विद्यालय एवं आरटीई के अंतर्गत अलाभित एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों का नवीन सत्र में नामांकन प्रक्रिया। जिसमें ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत जिलाधिकारी द्वारा दिव्यांग शौचालय के रैंप को मानक अनुसार बनाए जाने पर बल दिया गया है। जिससे दिव्यांग छात्र व्यक्ति रैंप पर व्हीलचेयर द्वारा आसानी से चढ़ और उतर सकें। कोई भी निर्माण कार्य अधोमानक नहीं होना चाहिए। बालक एवं बालिका शौचालय एवं मूत्रालय क्रियाशील हो।
गुणवत्ता शिक्षा में आगामी निपुण परीक्षा कक्षा एक से आठ तक के लिए तैयारी इस प्रकार हो कि छात्र ए प्लस ग्रेड प्राप्त कर पाएं। निरीक्षण में देखा जा रहा है कि छात्र रोचकता के स्थान पर किसी अनुच्छेद को रट रहे होते हैं, जो कदापि उचित नहीं है। शिक्षकों की बैठक करते हुए एवं सहयोगात्मक पर्यवेक्षक में उन्हें रोचकता के साथ पढ़ाने हेतु निर्देशित करते हुए प्रेरित करें। यह भी ध्यान रखा जाए कि छात्रों को केवल किताब का ही नहीं बल्कि किताब से अलग भी ज्ञान हो।
विद्यालयों में निरीक्षण के समय विभाग एवं शासन द्वारा दी गई सामग्री, टी एल एम, पुस्तकालय की पुस्तकें एवं खेल का सामान, सील पैक मिलता है, उसे खोलकर प्रयोग किया जाएं। जनपद का रिजल्ट d.el.ed प्रशिक्षुओं द्वारा कक्षा 1 व 2 के आंकलन में तथा निपुण परीक्षा कक्षा 1 से 8 में अच्छा हो। कक्षा को इंटरएक्टिव बनाए जाने पर जोर दिया जाए। छात्र उपस्थिति प्रत्येक दिन 80%से अधिक हो। यदि रिजल्ट खराब आता है, तो क्यों रिजल्ट खराब आता है? तब इस पर समीक्षा करते हुए शिक्षकों का भी आंकलन करें।
यह भी पढ़ें – एमपी में टेंडर लेने की शर्ते होंगी कठिन, 80% से कम दर भरी तो देना होगा, 2 गुना परफॉर्मेंस सिक्योरिटी की एफडी।
उनकी ज़िम्मेदारी तय करते हुए उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएं। यदि छात्रों के नामांकन में जन्म प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड को लेकर कोई समस्या है तो समस्या को दूर कराया जाए। जीरो पॉवर्टी डाटा प्राप्त करते हुए ऐसे छात्र कहां पढ़ाई कर रहे हैं आगामी 15 दिवस में इस पर कार्य करें। यदि वह बच्चा आउट ऑफ स्कूल है तो उनका विद्यालय में नामांकन कराया जाएं।
मध्याह्न भोजन गुणवत्तापूर्ण बनवाया जाएं। सभी विद्यालय स्टेनलेस स्टील के बर्तन क्रय प्राथमिकता से कर ले तथा बृहस्पतिवार को छात्रों को दिए जाने वाले न्यूट्रिशन में स्वयं सहायता समूह से संपर्क करते हुए तिल गज्जक इत्यादि का शासन आदेश के अनुसार का वितरण करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अपने विभाग के कार्यक्रमों को अपने विद्यालयों के प्रांगण में ही करने का प्रयास करें। रसोइयों की आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए उनकी सूची जल्द से जल्द उपलब्ध करा दें। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्रों को मिलने वाली समस्त सामग्री गुणवत्ता पूर्ण हो तथा शिक्षा भी उन्हें उत्कृष्टता के साथ प्रदान की जाएं।
पीएम श्री विद्यालय में छात्र उपस्थिति 90% से अधिक होते हुए समस्त क्रियाकलाप उत्कृष्टता के साथ संपन्न कराए जाएं। इन्हीं समस्त निर्देशों के साथ ज़िला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक का समापन किया गया।