नया साल लगते ही चीन में फैला एक और वायरस, भारत में अलर्ट।

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अधिकारी डॉक्टर अतुल गोयल ने कहा है कि एचएमपीवी के प्रसार को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। डॉ अर्जुन श्वसन संबंधी संक्रमणों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली। 

कोरोना की तरह एक बार फिर से चीन में एक वायरस फैल रहा है‌। वायरल बुखार-जुख़ाम के लक्षणों वाले इस वायरस के संक्रमित होने पर सांस लेने में तकलीफ़ और घबराहट होती है। इसका नाम ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस है।

एचएमपीवी के फैलने की खबरों के बीच भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने श्वसन और मौसमी इनफ्लुएंजा के मामलों पर नज़र रखना शुरू कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार, केंद्र ने स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखने की योजना बनाई है। इसे लेकर आवश्यक जानकारी की जांच की जाएंगी।

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सावधानी बरतने की सलाह…….

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अधिकार डॉक्टर अतुल गोयल ने कहा है कि एचएमपीवी के प्रचार को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, श्वसन संबंधी संक्रमण में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। डॉ अर्जुन डैंग, डैंग्स लैब के सीओ ने बताया है कि चीन में इस वायरस के फैलने के बाद इसे रोकने और निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। खासकर अधिक घनत्व वाली आबादी में।

लक्षण और समस्याएं…….

डॉ अर्जुन ने कहा है कि एचएमपीवी के लक्षण अन्य श्वसन  वायरस जैसे बुखार, खांसी , नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ़ और घबराहट होना जैसे लक्षण पाएं जाते हैं। गंभीर मामलों में विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों में ब्रोकियोलाइटिस यह निमोनिया हो सकता हैं।

अभी तक कोई इलाज नहीं…….

अभी तक एचएमपीवी के लिए कोई विशिष्ट एंटी वायरस इलाज़ नहीं हैं। और रोकथाम ही इसका सबसे अच्छा इलाज़ है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, लोग हाथ धोने, खांसते समय मुंह ढकने, और संक्रमित से दूरी बनाए रखने की आदतों को अपनाकर जोख़िम को कम कर सकते हैं।

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