नामांतरण – सीमांकन कैसे होता है? किसान पर बनाया पोस्टर, राजस्व विभाग।

इंदौर निवासी पंकज मंडलोई यह पोस्ट लेकर पहुंचे थे। मंडलोई ने देवास जिले के हाटपीपल्या में जमीन खरीदी है, जहां जैविक खेती करना चाह रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देना उद्देश्य है। जो जमीन उन्होंने खरीदी थी वह सीमांकन के दौरान कम निकली।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार देवास (मध्य प्रदेश)। मंगलवार को सामने आया जब एक किसान राजस्व विभाग की कार्य प्रणाली के संबंध में पोस्टर बनाकर जन सुनवाई में पहुंचा। इस पोस्ट में विस्तार से बताया गया है कि राजस्व विभाग में कैसे काम होता है। तहसीलदार को इंगित कर नीचे सिलसिलेवार नामांकन, बंटाकन और सीमांकन से जुड़ी समस्याएं बताई। किसान ने पोस्टर में बताया है कि कैसे किसानों को ग़ुमराह किया जाता है। 

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लेकिन महीना बीतने के बाद भी किसानों तक आदेश नहीं पहुंचे। आखिर में जब किसान सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करते हैं तो उसे अधिकारी कहते हैं कि यह शिकायत वापस ले लो। तभी आपका काम संभव होगा।

किसान कई महीनो से काट रहा था चक्कर………….

इंदौर निवासी पंकज मंडलोई यह पोस्ट लेकर पहुंचे थे। मंडलों ने देवास जिले के हाटपीपल्या में जमीन खरीदी है, जहां जैविक खेती करना चाह रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देना उनका उद्देश्य है। जो जमीन उन्होंने खरीदी थी, वह सीमांकन के दौरान कम निकली। इसके बाद से वह लगातार राजस्व विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है।

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राजस्व विभाग की कार्यशैली पर अक्सर सवाल…………..

विवादों में रहने वाले राजस्व विभाग की कार्यशैली पर अक्सर सवाल उठाते हैं। कभी आरोपी की जद में पटवारी आते हैं तो कभी आर आई आते हैं। तहसीलदार – एसडीएम तक भी  आंच पहुंचती है। लेकिन शिकायतों का असर नहीं होता। कुछ लोग इतने परेशान होते हैं कि वह थक – हारकर नए तरीके अपनाते हैं, ताकि समस्या का समाधान हो जाए।

इस तरह की समस्या से हर किसान को जूझना पड़ता है। राजस्व विभाग की पेचीदगी के कारण ज़मीन पर खेती करने वाला किसान उलझ जाता है, और परेशान होता है। इसलिए इस तरह का चार्ट बनाकर किसानों की समस्या बताई। घटनाक्रम के दौरान किसान द्वारा बनाया पोस्ट सुर्खियों में रहा और राजस्व महकमे के अधिकारी इधर-उधर देखते रहे। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए हैं।