नगर पालिका इंजीनियर पर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही, मकान निर्माण के लिए मांगे थे 70 हजार रुपये।

नगर पालिका इंजीनियर ने मकान निर्माण की अनुमति के 70000 रुपए की मांग की थी, जी की शिकायत आवेदक ने की थी। इसके बाद छापा मारा गया। जानकारी के अनुसार, सोमवार को लोकायुक्त डीएसपी के साथ टीम ने कार्यवाही की।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार सीहोर (मध्य प्रदेश)। सोमवार की सुबह लोकायुक्त की टीम ने छापा मार कार्यवाही की। इस कार्यवाही में टीम ने दो कर्मचारियों को आरोपित बनाया है। बताया जा रहा है कि नगर पालिका के जिले में मकान निर्माण की अनुमति के लिए 70 हजार रुपये की मांग की थी, जिसकी शिकायत आवेदक ने की थी।

यह भी पढ़ें – कमिश्नर ने योजनाओं का लाभ आम जनों तक पहुंचाने के लिए नवाचार किया, हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण के लिए निर्देश दिए।

इसके बाद छापा मारा गया। जानकारी के अनुसार सोमवार को लोकायुक्त डीएसपी के साथ टीम ने कार्यवाही शुरू की। आवेदक सुरेश दांगी ने शिकायत की थी कि इंजीनियर रमेश वर्मा ने उनके लुनिया चौराहे स्थित प्लॉट पर मकान निर्माण के लिए रिश्वत मांगी थी।

अनुमति का आवेदन करने के बाद इंजीनियर वर्मा ने 1 लाख रुपए के रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद 70 हजार रुपये में बात तय हुई। इसकी मोबाइल रिकॉर्डिंग भी आवेदक के पास मौजूद थी। जो आवेदक ने लोकायुक्त को मुहैया कराएं। आवेदक का कहना है कि मैंने बार-बार निवेदन किया था और वह मुझे मेरे ही प्लॉट पर मकान नहीं बनाने दे रहे थे। परेशान होकर शिकायत की थी।

यह भी पढ़ें – भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को बनाया गया पीठासीन अधिकारी।

इनके बाद कार्यवाही की गई। मामले को लेकर डीएसपी अनिल वाजपेयी ने बताया है कि हमें शिकायत मिली थी, जिसका आधार पर कार्यवाही की गई है।

इसमें आरोपित को पकड़ लिया गया है। इसके साथ ही आरोपित के साथ ऑपरेटर दानिश और एक अन्य प्राइवेट इंजीनियर अंशुल जैन से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल कार्यवाही जारी है।

नर्मदा पुरम में भी चल रही है जांच……………..

आरोपी तो रमेश वर्मा के पास होशंगाबाद होशंगाबाद का भी चार्ज था‌। वहां भी कई तरह की अनियमिताएं सामने आई थी, इसके बाद जांच की गई है। बताया जा रहा है कि रमेश वर्मा के पास आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बन सकता है लोकायुक्त पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।