MCD की बैठक में राजा इकबाल सिंह के बजट भाषण में आप पार्षदों का हंगामा, कार्यवाही स्थगित।
हंगामा के बीच राजा इकबाल सिंह ने बजट पर अपनी राय रखना शुरू किया। नेता विपक्ष के भाषण शुरू होते ही आम आदमी पार्टी के पार्षद वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। कितना ही नहीं, आप पास होने राजा इकबाल सिंह के हाथ से उनके भाषण की कॉपी छीन कर फाड़ दी। जिसे देखकर भाजपा पास बने राजा इकबाल सिंह की घेराबंदी की।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली।
दिल्ली नगर निगम की बजट बैठक में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह के बजट भाषण में सत्ता पक्ष की आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सोमवार को हंगामा किया। दिल्ली विधानसभा आम आदमी पार्टी के विधायकों को निलंबित करने और मुख्यमंत्री ऑफिस में डॉ भीमराव अंबेडकर आपकी तस्वीर को कथित रूप से हटाने को लेकर आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने वेल में आकर जय भीम के नारे लगाए।
हंगामे के बीच राजा इकबाल सिंह ने बजट पर अपनी राय रखना शुरू किया। नेता विपक्ष के भाषण शुरू ही आम आदमी पार्टी के पार्षद वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं, आप पार्षदों ने राजा इकबाल सिंह के हाथ से उनके भाषण की कॉपी छीनकर फाड़ दी। जिसे देखकर भाजपा पार्षदों ने राजा इकबाल सिंह की घेराबंदी की। इस दौरान राजा इकबाल सिंह ने अपना भाषण जारी रखा, लेकिन हंगामा बढ़ता देख मेयर महेश कुमार ने सदन के कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
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मेयर के जाने के बावजूद राजा इकबाल सिंह ने अपना भाषण जारी रखा और कई मिनट तक बोलते रहें। बजट बैठक में सत्ता को लेकर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज का दिन निगम के इतिहास में सबसे काला दिन के रूप में माना जाएंगा। पार्लियामेंट हो या विधानसभा, बजट सेशन में कभी हंगामा नहीं होता। लेकिन आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने अपने आला कमान के निर्देश पर हंगामा शुरू दिया।
राजा इकबाल सिंह ने बजट भाषण पूरा होने से पहले ही सदन की बैठक को स्थगित करना निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सदन को अवरोध कर रही है। साथ ही बजट पर सकारात्मक सुझावों को नहीं सुन रही है। किसे पता चलता है कि आप सरकार नगर निगम के कर्मचारियों का हित चाहती हैं, और नई दिल्ली नगर निगम का हित चाहती है।
बजट भाषण पर सदन को स्थगित करना आम आदमी पार्टी का लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास न होने का प्रमाण है। सोमवार को सदन में जिम्मेदार लोगों ने भी हंगामा किया। मैंने निगम के राजस्व को बढ़ाने, खर्च को कम करने और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सुझाव रखा था।
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