मैक्स अस्पताल, वैशाली के डॉक्टरों ने 41 वर्षीय महिला को शुरुआती स्तन कैंसर से उभरने में मदद की।

स्तन कैंसर के समय पर इलाज़ और आधुनिक चिकित्सा तकनीक के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, वैशाली के डॉक्टरों ने आज तक जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस अवसर पर मैक्स अस्पताल, वैशाली के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (स्तन कैंसर) विभाग की वरिष्ठ निदेशक डॉक्टर राजेंद्र कौर सग्गू और 41 वर्षीय अंजू रानी उपस्थित रही। जिन्होंने मैक्स अस्पताल, वैशाली में ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी करवाई थी।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार मुज़फ्फरनगर (उत्तर प्रदेश )।

अर्ली डिक्टेशन से ब्रेस्ट कैंसर पर विजय….

मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, वैशाली के डॉक्टरों ने ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही 41 वर्षीय मुज़फ्फरनगर निवासी अंजू रानी का सफलतापूर्वक इलाज़ किया। शुरुआती चरण में कैंसर का पता चलने और एडवांस्ड ब्रेस्ट कंजर्वेशन तकनीक के कारण न केवल उनके स्तन को बचाया जा सका, बल्कि उन्हें कीमोथेरेपी से भी बचाया गया।

स्तन कैंसर के समय पर इलाज़ और आधुनिक चिकित्सा तकनीकों के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, वैशाली के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (स्तन कैंसर) विभाग की वरिष्ठ निर्देशक, डॉ रजिंदर कौर सग्गू और 41 वर्षीय अंजू रानी उपस्थित रहीं। जिन्होंने मैक्स अस्पताल, वैशाली में ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी करवाई थी।

मैक्स अस्पताल, वैशाली के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (स्तन कैंसर) विभाग की वरिष्ठ निदेशक डॉक्टर रजिंदर कौर सग्गू ने कहा कि “जब अंजू रानी (जो एक युवा मां है) ने अपने दाहिने स्तन में एक छोटी सी गांठ महसूस की, तो उन्होंने वही किया जो हर महिला को करना चाहिए। वह तुरंत हमारे पास जांच के लिए आई। जांच के बाद, हमने पुष्टि की है कि उनका कैंसर शुरुआती स्टेज में था।

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जिससे वह ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी अन्यतम इनवेसिव सर्जरी के लिए चुनी गई। उनकी समय पर जागरूकता के कारण, हमने ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी और सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी की। जिससे पूरे कैंसर टिशूस को हटाया जा सका, और पुरी मिस्टेक्टॉमी (स्तन हटाने) की आवश्यकता नहीं पड़ी। उनके मामले की प्रकृति को देखते हुए उन्हें कीमोथेरेपी की आवश्यकता नहीं पड़ी। जिससे उनकी रिकवरी प्रक्रिया काफ़ी आसान हो गई। पुनरावृति के जोख़िम को कम करने के लिए वह अब सिर्फ एक सरल दैनिक एंटी हार्मोनल टैबलेट ले रही है।

समाज में स्तन कैंसर की प्रारंभिक पहचान को लेकर अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, क्योंकि अधिकतर महिलाएं तब अस्पताल पहुंचती हैं जब कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैल चुका होता है। ऐसे उन्नत चरणों में, कैंसर को पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता और उपचार का उद्देश्य केवल कैंसर के आकार को कम करना या इसे नियंत्रित करना होता है।

डॉक्टर सग्गू ने आगे कहा कि कई महिला स्तन खोने के डर से समय पर इलाज नहीं करवाती हैं। हालांकि, ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी और आधुनिक उपचार तकनीकें न केवल जीवित रहने की संभावना बढ़ती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाती है। आज अंजू रानी कैंसर मुक्त, स्वस्थ और आत्मविश्वास के साथ अपना जीवन जी रही हैं।

मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, वैशाली उन्नत कैंसर देखभाल प्रदान करने, स्तन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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