ममता हुई शर्मसार, झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची
नवरात्रि के समय पर पाखंड करने वाले कितने निर्दयी और नियामक कैसे हो सकते हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)। यह घटना समाज से एक सवाल करने पर मजबूर कर रही है। आखिर एक मां इतनी निर्माण कैसे हो सकती है। कैसे एक मां अपनी कोख से जन्म लेने वाली बच्ची को झाड़ियां में मरने के लिए छोड़ सकती है। जो मां अपने शरीर से एक बच्चे को जन्म देती है कहा जाता है वह उसे मां की जान होती है परंतु इस माने तो ममता नाम के शब्द को ही शर्मसार कर दिया अपनी कोख से जन्मीं इस बच्ची पर उस महिला पर बिल्कुल भी रहम नहीं आया और उस नवजात बच्ची को मरने के लिए झाड़ियां में फेंक दिया।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें, कि गोसाईगंज थाना क्षेत्र के नेवाजी सरैया गांव के बगल से होकर गुजरी शारदा सहायक खंड 16 नहर पुल के पास की है। गुरुवार सुबह एक नवजात बच्ची के रोने की आवाज नहर की झाड़ियां में लोगों को सुनाई दी। जिस पर ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चिकित्सा के उपचार हेतु नवजात बच्ची को मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर में भर्ती करवाया है। घटना गुरुवार सुबह करीब 10:00 की है। झाड़ियां से नवजात बच्चे के रोने की आवाज ग्रामीणों को सुनाई देने पर लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो नवजात बच्ची कपड़ों में लिप्टी मिली।
जानकारी पर पहुंचे डायल 112 के पुलिसकर्मियों ने नवजात बच्ची को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर भिजवाया। जहां उसका इलाज चल रहा है। मतमई चौकी इंचार्ज भारत सिंह ने बताया कि बाल कल्याण विभाग को घटना की जानकारी दी गई है। नवजात बच्ची का इलाज अस्पताल में हो रहा है। और पुलिस के द्वारा यह भी बताया गया कि यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि यह बच्ची किसकी है और किन कारणों से इस बच्ची को झाड़ियों में फेंका गया।
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