महाकुंभ में दहेज़ प्रथा के ख़िलाफ़ उठी आवाज़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समाज को जागरूक करने का किया आवाहन।

राज्यपाल ने बालिकाओं के सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया है। उन्होंने बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की है। साथ ही दहेज़ प्रथा के ख़िलाफ़ समाज को जागरूक करने का आवाहन किया है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार महाकुंभ (प्रयागराज )।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समाज को जागरूक करने का आह्वान किया है।

राज्यपाल ने परमार्थ निकेतन के शिविर में दिव्य मानस कथा में लिया हिस्सा।

महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर तीर्थराज प्रयाग में आयोजित परमार्थ निकेतन शिविर में गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, आनंदीबेन पटेल ने उपस्थिति दर्ज़ कराई है। उन्होंने यहां राष्ट्र संत पूजा मुरारी बापू जी के श्रीमुख से हो रही श्रीरामचरितमानस कथा का भी श्रवण किया है।

इस अवसर पर आनंदीबेन पटेल ने सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनके पराक्रम और साधना को नमन किया है। उन्होंने कहा है कि महापुरुष अपने कार्यों और विचारों से सदैव जीवंत रहते हैं।

राज्यपाल ने बालिकाओं के सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया है। उन्होंने बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की है। साथ ही, दहेज़ प्रथा के ख़िलाफ़ समाज को जागरूक करने का आवाहन किया है।

राष्ट्रसंत मोरारी बापू ने श्रीरामचरितमानस के माध्यम से श्रद्धा और आस्था का महत्व समझाया उन्होंने कहा है कि कथा, धर्म और परमार्थ का गुण अर्थ प्रदान करती है। मलूक पीठाधीश्वर श्री राजेंद्र दास जी महाराज ने कहा है कि श्रीरामचरितमानस, श्रीराम का सजीव चरित्र है। उन्होंने पूज्य बापू की कथा को सत्य, प्रेम और करुणा का संगम बताया है। स्वामी चिदानंद सरस्वती जी में नेताजी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि सत्संग और कथा मन की गुलामी से आज़ादी प्रदान करती है।

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