माफिया अतीक अहमद का नाम हो गया ‘अतीत’, मिट्टी में मिल गई एक साल में सल्तनत, बिखर गया कुनबा

योगी सरकार ने इसे अपने इकबाल के लिए चुनौती माना और फिर इसके बाद जो हुआ वह इतिहास बन गया।

मुकेश कुमार   (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)।  देश को दहला देने वाले उमेश पाल हत्याकांड को 1 साल पूरे हो गए। बीते साल 24 फरवरी को इस सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया गया था। बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो गनर राघवेंद्र सिंह और संदीप निषाद की बम और गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह महज एक गवाह और दो पुलिस कर्मियों का कत्ल नहीं था। सरेआम बम- गोलियां बरसाकर तीन बेगुनाहो की नृशंस हत्या के साथ ही लड़खड़ा रहे आतंक के साम्राज्य को फिर से खड़ा करने की साजिश भी थी।

मकसद अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को यह बताना था कि अंजाम वही होगा जो अर्शे से होता आया है। योगी सरकार ने इसे अपने इकबाल के लिए चुनौती माना और फिर इसके बाद जो हुआ वह इतिहास बन गया। जबरदस्त खौफ बना माफिया अतीक अहमद का नाम अतीत हो गया। जुर्म की सल्तनत ढ़ह गई और कुंनवा भी बिखर गया। अपने दोस्त को इंसाफ दिलाने की लड़ाई में जान गंवाने वाले उमेश पाल और उनके दो अंगरक्षकों को न्याय दिलाने की कार्रवाई 1 साल में कहां तक पहुंची इसकी पड़ताल इस खास कवरेज में बताई गई है।

देश भर की सनसनी बने उमेश पाल और उनके दो अंगरक्षकों की हत्या की वारदात को आज शनिवार एक साल पूरा हो गया। एक साल में पुलिस की ओर से की गई जांच पड़ताल में अब तक कुल 28 मुलजिमों के नाम सामने आए हैं। इनमें से माफिया अतीक अहमद और उसका भाई माफिया अशरफ समेत सात मिट्टी में मिल चुके हैं। तो वहीं 10 सलाखों के पीछे हैं। 5 – 5 लाख के इनामी तीन शूटर समेत 11 आरोपियों के संबंध में विवेचना जारी है। इनमें फरार चल रही अतिक की बेगम शाइस्ता परवीन, अशरफ की बेगम जैन फातिमा उर्फ रुबी के अलावा तीन  5-5 लाख के इनामी शूटर और जेल में बंद बेटे उमर, अली और एक अन्य बेटा अहजम और एक नाबालिक बेटा भी शामिल है।

देश को दहला देने वाले इस तिहरे हत्याकांड में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की ओर से अतिक, अशरफ ,शाइस्ता परवीन, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और गुलाम को नामजत कराया गया था। इसके अलावा अतीक अहमद के पुत्र, 9 अज्ञात और अतीक के अन्य अज्ञात सहयोगियों को भी आरोपी बनाया गया। विवेचना शुरू होने से लेकर अब तक इस मामले में कुल 23 अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आ चुके हैं। इनमें सात शूटरो के नाम है। जिन्होंने मौका ऐ वारदात पर बम गोलियां बरसाकर उमेश पाल व उनके दो गनर की हत्या की।

21 ऐसे नाम है जिन पर आरोप है, कि वह इस वारदात की साजिश में शुरू से अंत तक न सिर्फ शामिल रहे बल्कि पर्दे वारदात को अंजाम देने में शूटरों की कदम कदम पर मदद भी की। कुल 28 में से सात आरोपी मिट्टी में मिल चुके हैं। इनमें से माफिया अतीक अहमद और माफिया अशरफ की हत्या हुई। जबकि चार शूटर मुठभेड़ में मारे गए और एक साजिशकर्ता नफीस बिरयानी की मुठभेड़ में घायल होने के कुछ दिनों बाद बीमारी से मौत हो गई। 10 साजिश कर्ता सलाखों के पीछे हैं। जब कि सात फरार समेत 11 आरोपियों के संबंध में विवेचना जारी है।

इस हत्याकांड को जिस तरह महीनो की साजिश के बाद अंजाम दिया गया। उसी तरह पुलिस ने इसकी विवेचना भी बेहद गहनता  से की। वारदात के बाद 12 महीनों की विवेचना के दौरान अब तक कुल 78 गवाहों के बयान दर्ज किए गए। इनमें घटना के प्रत्यक्ष दर्शीयों, मृतकों के परिजनों, डॉक्टरों आदि के साथ पुलिसकर्मी और अफसर भी शामिल है। यही नहीं अब तक की गई जांच में पुलिस की ओर से लगभग 2000 पन्नो की केस डायरी तैयार की गई। इनमें गवाहों के बयानात के साथ ही तफ्तीश, मौका मुआयना, बरामदगी, गिरफ्तारी समेत अन्य कार्रवाइयों का ब्योरा दर्ज किया गया है। बात मुकदमे में अब तक दाखिल अलग-अलग चार्ज शीट की करें तो कुल मिलाकर लगभग 400 पेज की चार्ज शीट तैयार की गई है।

इस मामले में अब तक पुलिस की ओर से कुल 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। विवेचना में सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने इन पर लगे आरोपों को सही माना और चार्ज शीट दाखिल कर दी। इनमें से सबसे पहले 26 मई 2023 को सदाकत खान के खिलाफ चार्जशीट लगाई गई । 17 जून 2023 को कुल 8 आरोपियों, जिनमें खान सौलत हनीफ व अतीक का बहनोई अखलाक अहमद भी शामिल है। के खिलाफ चार्जशीट लगाई गई। इसके बाद अक्टूबर में विजय मिश्र पर चार्ज शीट कोर्ट में दाखिल कि गई। अब तक की कार्रवाई में कुल 28 आरोपी हैं। जिसमें से 10 जेल मे है, जो इस प्रकार हैं –

1- सदाकत खान निवासी गहमर, गाजीपुर – साजिशकर्ता,  2- अखलाक अहमद निवासी नौचंदी मेरठ – साजिशकर्ता,  3- खान सौलत हनीफ निवासी प्रीतम नगरी धूमनगंज – साजिशकर्ता , 4- विजय मिश्र निवासी ककरा सरायइनायत – साजिशकर्ता,  5- कैश अहमद निवासी कसारी मसारी धूमनगंज- साजिशकर्ता , 6- राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला निवासी पश्चिम शरीरा कौशांबी – साजिशकर्ता , 7-  मोहम्मद अरशद कटरा निवासी पुराना कटरा करनलगंज – साजिशकर्ता , 8 – नियाज अहमद निवासी हरवरा धूमनगंज -साजिशकर्ता , 9 – इकबाल अहमद उर्फ मोहम्मद सजर निवासी सुलेम सराय धूमनगंज – साजिशकर्ता,  10 -शाहरुख उर्फ शाहरुख निवासी करारी कौशांबी –  साजिशकर्ता 

मिट्टी में मिले आरोपी7

1- अतीक अहमद -साजिशकर्ता

2- खालिद अजीम उर्फ अशरफ – साजिशकर्ता 

3- असद – शूटर

4 – गुलाम निवासी मेहंदौरी शिवकुटी – शूटर

5 – अरबाज निवासी पुरामुफ्ती –  शूटरों का ड्राइवर

6 – विजय चौधरी उर्फ उस्मान निवासी कौंधियारा – शूटर

7- नफीस बिरयानी निवासी चकिया, खुल्दाबाद – साजिशकर्ता

विवेचना जारी – 11

1- शाइस्ता परवीन पत्नी अतीक अहमद- साजिशकर्ता- फरार, 2 – जैनब फातिमा उर्फ रुबी पत्नी अशरफ – साजिशकर्ता- फरार, 3- आयशा नूरी पत्नी अखलाक अहमद- साजिशकर्ता- फरार, 4- गुड्डू मुस्लिम निवासी लाला की सराय शिवकुटी- शूटर- फरार, 5-साबिर निवासी मरियाडीह पुरामुफ्ती- शूटर- फरार, 6- अरमान निवासी एमजी मार्ग सिविल लाइंस, मूल पता गया बिहार- शूटर- फरार, 7- उमर पुत्र अतीक अहमद- साजिशकर्ता- जेल में,  8- अली पुत्र अतीक अहमद- साजिशकर्ता- जेल में,  9- अजहम पुत्र अतीक अहमद- साजिशकर्ता,  10 – अतीक का नाबालिक बेटा , 11- खालिद जफर निवासी कसारी मसारी- साजिशकर्ता