मध्य प्रदेश पुलिस को 20 साल बाद मिलेगा डिजिटल वायरलेस सेट, कॉलिंग और लोकेशन ट्रैकिंग की भी होंगी सुविधा।
वर्तमान में भोपाल पुलिस 2005 के वायरलेस सेट का उपयोग कर रही है। जिसमें बीते वर्षों में कमी खामियां सामने आई है। लेकिन अब नगरी और ग्रामीण पुलिस ने तकनीक से लैस 350 नए डिजिटल वायरलेस सेट के साथ नज़र आएंगी। इससे पहले एक साल पहले इंदौर को यह सेट उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। रेडियो पुलिस की निरीक्षक मनोज बैंस ने बताया है कि न्यू की एकता कंपनी ने वायरलेस के डिजिटल सेट तैयार किया है। अगले महीने से यह सेट भोपाल में पुलिस कर्मियों के हाथों में नज़र आएंगे।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार भोपाल (मध्य प्रदेश )।
स्मार्ट पुलिसिंग के लिए उसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस करने का काम किया जा रहा है। किसी कड़ी में रेडियो ट्रैकिंग सिस्टम अपडेट किया जा रहा है। अब पुलिस कर्मियों को 800 मेगाहर्ट्ज वाले वायरलेस हैंडसेट से मुक्ति दिलाई जाएंगी। किसके स्थान पर ऐसा डिजिटल वायलेस सेट उपयोग करेंगे, जिसकी कई विशेषताएं होंगी। एक तो उसे कॉलिंग सुविधा भी होगी और उसके माध्यम से पुलिसकर्मियों की लोकेशन ट्रैक की जा सकेगी। न्यूजीलैंड की एक कंपनी से यह वायरलेस सेट मंगाएं जा रहे हैं। हालांकि, पहले चरण में इसकी शुरुआत इंदौर से की जा चुकी है। दूसरे चरण में भोपाल को पुलिस मुख्यालय डिजिटल वायरलेस सेट उपलब्ध करने जा रहा हैं।
2005 के वायरलेस सेट पुलिस कर रही हो उपयोग…..
वर्तमान में भोपाल पुलिस 2005 के वायरलेस सेट का उपयोग कर रही है। जिसमें बीतें वर्षों में कमी खामियां सामने आई है। लेकिन अब नगरीय और ग्रामीण पुलिस ने तकनीक से लैस 350 नया डिजिटल वायरलेस सेट के साथ नज़र आएंगी। इससे पहले एक साल पहले इंदौर को यह सेट उपलब्ध करवाएं जा चुके हैं।
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रेडियो पुलिस के निरीक्षक मनोज बैंस ने बताया कि न्यूजीलैंड की एक टैक कंपनी ने वायरलेस के डिजिटल सेट तैयार किया है। अगले महीने से यह सेट भोपाल में पुलिस कर्मियों के हाथों में नज़र आएंगे। 300 छोटे सेट पुलिस कर्मियों को आवंटित किए जाएंगे। जबकि 50 सेट डायल, 100 वाहन में लगेंगे।
मौजूदा वायरलेस सेट की औसत उम्र 10 वर्ष है। 2005 में भोपाल पुलिस का मोबाइल कंपनी मोटोरोला द्वारा निर्मित वायरलेस सेट उपलब्ध करवाएं गए थे। कंपनी ने 2015 तक कांट्रेक्ट के अनुसार इनका सर्विस मेंटनेंस किया था। उसी वर्ष उनका उपयोग बंद हो जाना था।
इन नए वॉयरलैस सेटों की खूबियां….
- वायरलेस सेट पर कॉलिंग सुविधा भी होंगी।
- पुलिस कर्मियों की लोकेशन ट्रैक की जा सकती है।
- गुम हो जाने पर कंट्रोल रूम से ही डिसेबल हो जाएंगा।
- 10 साल से बिना मेंटनेंस के चल रहें, मौजूद सेट।
एक वर्ष से नए सेट का इंदौर पुलिस उपयोग कर रही है। इंदौर पुलिस को भोपाल से पहले नए वायरलेस सेट दिए जा चुके हैं। वहीं दूसरे चरण में और तीसरे चरण में मुख्यालय पुलिस अन्य जिलों की पुलिस के लिए अभी आधुनिक सेट उपलब्ध कराएगा। राजधानी होने के चलते शहर में पुलिस संवाद की व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। पुराने वायरलेस सेटों की जीवन अवधि पूर्ण हो चुकी है। पुलिस को आधुनिक बनाने की दिशा में वॉयरलैस सेट अब पुलिस कर्मियों के हाथों में नज़र आएंगे।
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