मध्य प्रदेश में नहीं रहेगा कोई भी बेरोजगार, मोहन सरकार ने शुरू की अतिथि शिक्षकों की बंपर भर्ती।
अतिथि शिक्षकों में खुशियां देखी जा रही है, बता दें कि 18 अक्टूबर में अतिथि को नियुक्ति पत्र भी मिलने लगे हैं, साथ ही उनके स्कूल भी ऑलट किए जा चुके हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार भोपाल (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षकों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है। प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति शुरू कर दी है। इससे अच्छी शिक्षकों में खुशियां देखी जा रही है। अतिथि शिक्षक अपनी जोइनिंग के लिए लगातार सरकार से मांग कर रहे थे, सरकार नाम की मांगों को मानते हुए नियुक्ति पत्र जारी कर उनकी दिवाली का मजा दोगुना कर दिया है, जल्द ही यह अतिथि शिक्षक ऑलट हुए स्कूलों में पदभार ग्रहण करेंगे।
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200 स्कोर कार्ड वालों मिल रही नियुक्ति-
स्कूलों में ज्वाइनिंग लेने वाले अतिथि शिक्षकों के लिए मोहन यादव सरकार ने एक लिस्ट जारी की है, इस लिस्ट में उन अतिथि शिक्षकों का नाम है जिनका स्कोर 200 है। दरअसल, अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति उनके स्कोर कार्ड के परफॉर्मेंस पर निर्भर करती है। यह स्कोर कार्ड उनकी योग्यता और और अनुभवके बारे में बताता है, जिन अतिथि शिक्षकों का स्कोर कार्ड 200 के आसपास है, उनके नियुक्ति पत्र भेजें जा रहे हैं।
सरकार ने 1 लाख शिक्षकों की भर्ती का लिया निर्णय-
शुक्रवार को कटनी दौरे पर पहुंचे मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहीं बड़े वादे किए, उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारी स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में कई कार्य कर रही है।
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स्कूलों में शिक्षकों की कमी देखते हुए मोहन सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जॉइनिंग लेटर भेजना शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा सरकार स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा स्तर के लिए शिक्षकों की भर्ती कर रही है। सरकार में बीते कुछ समय पहले 1 लाख पदों पर शिक्षकों की भर्ती का निर्णय लिया है, जिसकी परीक्षा और इंटरव्यू सहित अन्य प्रक्रियाएं चल रही है।