मध्य प्रदेश के किसानों ने उगाई 54 लाख टन मसाला फसलें, देश में पहला स्थान।
प्रदेश के किसानों ने पिछले 4 सालों में 2 लाख,16 हजार मेट्रिक टन मसाला फसलों के उत्पादन में वृद्धि की है। मिर्ची के उत्पादन में दूसरा स्थान मिला है। इन मसाला फसलों का उत्पादन अल्प समय में किया जा सकता है और बाजार में अच्छे दाम भी मिलते हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार भोपाल (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के किसानों ने मसाला फसलों के उत्पादन में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सन 2023-24 में रिकॉर्ड 54 लाख टन से अधिक मसालों का उत्पादन प्रदेश ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र -संस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ने प्रदेश के किसानों को बधाई दी है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय किसानों की मेहनत और लगन को दिया गया है।
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प्रदेश के किसानों ने पिछले 4 सालों में 2 लाख,16 हजार मेट्रिक टन मसाला फसलों के उत्पादन में वृद्धि की है। मिर्ची के उत्पादन में दूसरा स्थान मिला है। मंत्री कुशवाहा ने कहा है कि किसानों के लिए यह आवश्यक है कि वह पारंपरिक कृषि फसलों के साथ-साथ कैश क्रॉप्स जैसे धनिया, हल्दी, मिर्च, अदरक, लहसुन और जीरा भी उगाएं। इन मसाला फसलों का उत्पादन अल्प समय में किया जा सकता है और बाजार में अच्छे दाम भी मिलते हैं। यह फसलें किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत बन सकती हैं।
फ्लोरीकल्चर और फलोद्यान अपने की सलाह………….
मंत्री ने किसानों को मसाला फसलों के साथ-साथ फलोद्यान और फ्लोरीकल्चर को भी अपनाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि इन क्षेत्रों में भी किसानों को राज्य केंद्र सरकार द्वारा अनुदान और अन्य सुविधाएं मिल रही हैं।
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इसके अलावा, शासकीय नर्सरियों से उत्तम गुणवत्ता के बीज और पौधे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कुशवाहा ने खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में भी किसानों को मदद देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि कोल्डस्टोरेज, वेयरहाउस और भंडारण सुविधाओं के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई है। इन योजनाओं के तहत किसानों को अनुदान, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है। जिससे वह फसलों के संगठन भंडारण में सक्षम हो सकें।