मदनी मस्ज़िद विवाद, भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने वाले सपा नेता मनीष को मिलीं ज़मानत, 14 दिन जेल में रहें।
मनीष जगन के ख़िलाफ़ दर्ज़ है केस, आपको बता दें कि हाटा नगर पालिका क्षेत्र में 9 फरवरी को प्रशासन ने मदनी मस्ज़िद के कुछ हिस्से को अतिक्रमण मानते हुए ध्वस्त कर दिया था। किसके बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली गई। जिससे दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका थी। जांच में सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल का नाम सामने आया था।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार कुशीनगर (उत्तर प्रदेश )।
जिले में मदनी मस्ज़िद विवाद से जुड़े मामले में सपा व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को जमानत मिल गई है। अग्रवाल को मस्ज़िद पर बुलडोजर कार्यवाही को लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो वायरल करने के आरोप में कुशीनगर प्रशासन ने वारंट के तहत लखनऊ में गिरफ़्तार किया था। पुलिस ने अग्रवाल को कुशीनगर के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें चौथा दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया गया था।
मनीष जगन के ख़िलाफ़ दर्ज़ है कई केस……..
आपको बता दें कि हाटा नगर पालिका क्षेत्र में 9 फरवरी को प्रशासन मदनी मस्ज़िद के कुछ हिस्से को अतिक्रमण मानते हुए ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली गई। जिससे दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका थी। जांच में सभा नेता मनीष जगन अग्रवाल का नाम सामने आया था। इसके बाद हाटा कोतवाली पुलिस ने सपा नेता गिरफ़्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें नायक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। मनीष पर लखनऊ, प्रयागराज और सीतापुर समेत कई जिलों में 09 केस दर्ज़ हैं।
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लखनऊ से किया था गिरफ़्तार………
लखनऊ में सपा की व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को शुक्रवार देर रात पुलिस घर से उठा ले गई थी। इसे लेकर सपा विरोध में उतर आई। आधी रात लखनऊ में जिला अध्यक्ष थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। जिला अध्यक्ष जय सिंह जयंत ने दावा किया था कि रात 11:00 बजे सुशांत गोल्फ सिटी स्थित उनके घर पहुंची पुलिस और जबरन आवाज से उठा ले गई।
मनीष जगन हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। उनकी पत्नी गर्भवती हैं। अगर मनीष जगन को उनके परिवार को कोई हानि होती है, तो उसकी जिम्मेदारी लखनऊ पुलिस की होंगी। लखनऊ पुलिस ने कहा था कि पुलिस ने देर रात 11:00 बजे मनीष को गिरफ़्तार किया था। इसके बाद रात 2:00 बजे उन्हें धारा 151 के तहत जेल भेज दिया गया था। जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता था। इसके अलावा, मनीष पर फेसबुक पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और अश्लील पोस्ट करने के भी आरोप थे।
मनीष जगन मूल रूप से सीतापुर के बिसवां कस्बे के रहने वाले हैं। स्वतंत्रता सेनानी जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल उर्फ जगन बाबू के पौत्र हैं। कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रहें जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल नेहरू परिवार के काफ़ी क़रीब माने जाते थे। करीब 15 सालों से पार्टी में सक्रिय हैं। मनीष ने 2017 में सपा मीडिया सेल के हैंडल को शुरू किया था। सरकार को ज्वलंत मुद्दों पर घेरते रहते हैं। मनीष जगन अग्रवाल तब सुर्खियों में आएं, जब जनवरी 2023 में लखनऊ के भाजपा युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज ऋचा राजपूत ने सपा मीडिया सेल नाम के ट्विटर हैंडल से रेप जान से मारने की धमकी मिलने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज़ करवाया था। इसके बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने मनीष जगन को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था।
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