लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर डॉक्टरों को भेजा रंगदारी का लेटर, चार गिरफ़्तार।

डॉक्टर को भेजे गए लेटर में लिखा गया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है और पैसे ना देने पर अंजाम भुगतना होगा। इसके बाद दीपचंद बंधु अस्पताल के सीएमओ अभिषेक ने भारत नगर थाने में 10 जनवरी को शिकायत दी गई थी। जिस पर डीपी भीष्म सिंह के निर्देशन पर टीम का गठन किया गया। आरोपियों की पहचान ऋषि शर्मा 41 वर्ष, अरुण शर्मा 38 वर्ष, सबल सिंह 45 वर्ष, हर्ष 38 वर्ष के रूप में हुई है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली। 

उत्तर पश्चिम दिल्ली में लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी के नाम पर दिल्ली के डॉक्टर से रंगदारी मांगने के लिए लेटर भेजने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम बनाकर चार लोगों गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने दीपचंद बंधु अस्पताल के सीएमओ समेत 10 डॉक्टरों को वसूली के लिए लेटर भेजे थे। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।

डॉक्टर को भेजे गए लेटर में लिखा गया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है, और पैसे ना देने पर अंजाम भुगतना होंगा। इसके बाद दीपचंद बंधु अस्पताल के सीएमओ अभिषेक ने भारत नगर थाने मैं 10 जनवरी को शिकायत दी गई। आरोपियों की पहचान ऋषि शर्मा 41 वर्ष, अरुण वर्मा 38 वर्ष, सबल सिंह 45 वर्ष, हर्ष 38 वर्ष के रूप में हुई है।

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जानकारी के मुताबिक, इनमें से सबल सिंह गांव का प्रधान है। हर्ष रेहड़ी पटरी लगता था। आरोपियों ने शॉर्टकट से पैसा कमाने का प्लान बनाया। लेकिन इसी ने उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया।

इनके पास से 11 मोबाइल फ़ोन, 03 लैपटॉप, 12 एटीएम कार्ड, 140 लेटर भी बरामद किए गए हैं। इन लेटरों को भी अन्य डॉक्टर को भेजने वाले थे। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गैंग पहले मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। जब यह तरीका पुराना हुआ तो आरोपियों ने लॉरेंस बिश्नोई का नाम इस्तेमाल करने की योजना बनाई।

आरोपियों की पहचान के लिए कई अभियान भी चलाए गए हैं। इसके बाद पुलिस को कामयाबी मिली है। आरोपियों को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से गिरफ़्तार किया गया। मामले में आगे की कार्यवाही की जा रही है।

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