लखीमपुरखीरी: मादक पदार्थ तस्करी का भंडाफोड़, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल- हिंदू संगठनों में उबाल

महेवागंज पुल के पास रॉयल केयर अस्पताल में छापा, पुलिस पर मिलीभगत के आरोप

आयुष पाण्डेय
लखीमपुरखीरी। लखीमपुरखीरी के महेवागंज पुल के पास स्थित रॉयल केयर मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल में मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। नारकोटिक्स विभाग की टीम ने छापा मारकर अस्पताल के मालिक खालिद खान सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया। लेकिन इस कार्रवाई के बाद पुलिस और जांच एजेंसियों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। आरोप है कि तस्करी के मुख्य आरोपी खालिद को लालच में रिहा कर दिया गया, जबकि गरीब मजदूरों को तस्कर बताकर जेल भेज दिया गया। इस घटना ने न केवल लखीमपुर जनपद बल्कि पूरे प्रदेश के नागरिकों में आक्रोशित कर दिया है।

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Lakhimpurkhiri: Drug smuggling busted, questions on the working style of police - boiling in Hindu organizationलखीमपुरखीरी के महेवागंज पुल के पास स्थित अर्धनिर्मित रॉयल केयर मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल में लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही थी। नारकोटिक्स विभाग की लखनऊ टीम ने हाल ही में छापा मारकर अस्पताल के मालिक खालिद खान सहित कई अन्य को गिरफ्तार किया। हालांकि, स्थानीय पुलिस और जांच एजेंसियों की कथित मिलीभगत के चलते खालिद को रिहा कर दिया गया, जबकि गरीब मजदूरों को तस्कर बताकर जेल भेज दिया गया।

यह घटना न केवल लखीमपुर जनपद बल्कि पूरे प्रदेश में आक्रोश का कारण बन गई है। पुलिस की निष्क्रियता और तस्करों के प्रति नरमी के चलते पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।

जनता और संगठनों का विरोध, यह है डिमांड

विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने इस मामले में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शामिल प्रमुख मांगें :
Lakhimpurkhiri: Drug smuggling busted, questions on the working style of police - boiling in Hindu organization1. मुख्य आरोपी खालिद खान की गिरफ्तारी: अस्पताल के मालिक को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
2. मादक पदार्थ नेटवर्क का खुलासा: पूरे जिले में सक्रिय तस्करी नेटवर्क की जांच हो।
3. अस्पताल की संपत्ति की जांच: अस्पताल की जमीन और संपत्ति के स्रोतों की जांच कर कार्रवाई हो।
4. बिल्डिंग पर बुलडोजर: तस्करी में इस्तेमाल अस्पताल की इमारत को बुलडोजर से ध्वस्त किया जाए।
5. संरक्षणदाताओं पर कार्रवाई: तस्करों को संरक्षण देने वाले राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और जांच एजेंसियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं।

जनता में बढ़ता जा रहा असंतोष

लखीमपुर के पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा से जनता को बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन उनके आने के बाद भी जिले में मादक पदार्थ तस्करी पर रोक नहीं लग सकी है। पुलिस की निष्क्रियता और तस्करों के बढ़ते हौसले से जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

ज्ञापन सौंप कर दी वृहद आंदोलन की चेतावनी

विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन सौंपते हुए कहां है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन और घेराव किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से आचार्य संजय मिश्रा, राम पांडे, विपिन मिश्रा, और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।

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