जिला कारागार में बंद, बंदी ने परिजनों से बात करने के बाद पेड़ पर फांसी के फंदे से लटक कर दी जान।
सूचना पर पहुंची पुलिस व फॉरेंसिक की टीम ने जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, मामला जिला कारागार रायबरेली का है, जहां वारिस रायनी पुत्र आरिफ बाबा उम्र (28 वर्ष) निवासी गांव कंचना जनपद अमेठी दहेज हत्या के मामले में नवंबर 2019 से जिला कारागार में विचाराधीन बंदी के रूप में बंद था।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार रायबरेली (उत्तर प्रदेश)।
एंकर रायबरेली जिला कारागार में बंद विचाराधीन बंदी ने फोन पर परिजनों से बात करने के बाद पेड़ पर फांसी के फंदे से लटक कर दी जान, सूचना पर पहुंची पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मामला जिला कारागार रायबरेली का हैं।
यह भी पढ़ें –आध्यात्मिक गुरु ऋतेश्वर जी महाराज संभल में हुई हिंसा को लेकर राहुल गांधी और सरकार पर लगाए गए बयान पर बोले।
जहां वारिस रायनी पुत्र आरिफ बाबा उम्र (28 वर्ष) निवासी गांव कंचना जनपद अमेठी दहेज हत्या के मामले में नवंबर 2019 से जिला कारागार में विचाराधीन बंदी के रूप में बंद था।
लगभग 4:30 बजे उसने जेल के अंदर बंदी पीसीओ से फोन पर अपने परिजनों से बात की। उसके बाद जेल के अंदर स्थित अस्पताल के पास अंगौछे से पेड़ पर लटक कर अपनी जान दे दी। घटना से पूरे जेल में हड़कंप मच गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने सबकी विविध जांच करने के बाद उसको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, जेल प्रशासन ने मृतक बंदी के परिजनों को सूचना दे दी।
बाइट तेजस्वी त्रिपाठी, नायब तहसीलदार, सदर तहसील।
यह भी पढ़ें – आध्यात्मिक गुरु ऋतेश्वर जी महाराज संभल में हुई हिंसा को लेकर राहुल गांधी और सरकार पर लगाए गए बयान पर बोले।