जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने की सेवा समाप्त, डीएम अंकित अग्रवाल ने दिए सेवा समाप्त करने के निर्देश।
जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने निर्देश दिए कि आशा भुगतान किसी मद में लंबित न रहे, इसमें सभी एमओआई की जवाब देही तय की जाएगी।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। बिजनौर 25 अक्टूबर 2024 – जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने निर्देश दिए कि आशा भुगतान किसी भी मद में लंबित ना रहे इसमें सभी एमओआई की जवाब देही तय की जाएगी, साथ ही उन्होंने एम ओ आई को निर्देश दिए कि साप्ताहिक स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा के लिए निर्धारित प्रारूप बनाएं और नियमित रूप से योजनाओं की प्रगति की भी करें। उन्होंने समीक्षा के दौरान सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में मूलभूत सुविधाओं संतृप्त होने पर संतोष व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए की सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में व्यवस्थाएं अद्यतन रखें।
यह भी पढ़ें – दोस्त निकला हत्यारा, फॉर्च्यूनर कार में जलाकर हुई थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, पुलिस का बड़ा खुलासा।
उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की प्रस्तुत ब्लॉक वॉइस रिपोर्ट की समीक्षा में और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए की स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं की एचआईवी आदि की जांच शत प्रतिशत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी सीएचसी पीएचसी एवं सब सेंटर में सभी आवश्यक जीवन रक्षक दबाव की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी श्रेया अग्रवाल आज शाम 3:00 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने जिला संयुक्त चिकित्सालय बिजनौर में कार्यरत डॉक्टर अंकित चौधरी द्वारा ड्यूटी के दौरान मरीज से दुर्व्यवहार करने तथा इमरजेंसी मरीजों को बहला फुसलाकर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने तथा स्पष्टीकरण का जवाब न देने को गंभीरता से लेते हुए उनकी सेवाएं तत्काल समाप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि आशा भुगतान, कर्मचारियों के मानदेय भुगतान सहित किसी आदगयी को को अनावश्यक रूप लंबित रखना वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जिन सब सेंटर्स पर एन एन एम नियुक्त नहीं है, वहां सक्षम नर्स की व्यवस्था करें ताकि वैक्सीनेशन आदि का कार्य प्रभावित ना हो पाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य कार्यक्रम क्रियान्वयन मैं कदापि लापरवाही ना बरती जाएं।
यह भी पढ़ें – सीएम योगी ने की घोषणा, पूरे प्रदेश को 24 घंटे बिजली त्योहारों को लेकर हुआ फैसला।
बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का रूटिंग टीकाकरण, बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जांच आदि की नियमित रूपसे समीक्षा की जाए। बैठक के दौरान उन्होंने चिकित्सालय में दवाइयों के साथ-साथ एंटी स्नेक के इंजेक्शन उपलब्धता , आशाओं का भुगतान आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जाने वाले आयुष्मान कार्ड, प्रधानमन्त्री जननी सुरक्षा में लाभार्थी का भुगतान की समीक्षा सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत जिले में संचालित कार्यक्रमों/योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। पोषण टीकाकरण आदि की समीक्षा में निर्देश दिया कि प्रगति को गिरने ना दे बल्कि और ज्यादा बढ़ने का प्रयास करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कौशलेंद्र सिंह, के अलावा सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा एम ओ आईसी मौजूद थे।