जयमाला के दौरान पहुंची दूल्हे की प्रेमिका हुआ जमकर बवाल, बिना दुल्हन के लौटी बारात, थाने में हुआ समझौता।
दुल्हन के परिजनों ने दूल्हे को शादी से पहले जो भी दहेज से लेकर सम्मान दिया वह भी वापस किया गया। यह मामला रीवा जिले के गडड़िया मोहल्ले में चल रहे शादी समारोह का है। मामले को शांत करने के बाद दूल्हे के द्वारा अपनी प्रेमिका से जो पूर्व में वादा किया था।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार रीवा (मध्य प्रदेश )।
रीवा जिले में बीते दिनों एक शादी समारोह में उस समय हड़कंप मच गया। जब एक घर में शादी की सभी रस्मों- रिवाज़ बड़े ही जोरो-शोरों से चल रहे थे, दूल्हा भी स्टेज़ पर बैठ कर दुल्हन का इंतजार कर रहा था। जैसे ही दुल्हन स्टेज़ पर पहुंच कर जयमाला एक- दूसरे को पहनाने की बारी आई, वहीं पर दूल्हे की पूर्व प्रेमिका भी आ पहुंची।
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प्रेमिका को देखकर दूल्हे के माथे पर इतनी ठंड में भी पसीना आ गया। चेहरा छुपाते हुए इधर-उधर मुंह छुपाने लगा। लेकिन दूल्हे की प्रेमिका सीधे स्टेज़ पर जाकर दुल्हन से बोलती है कि इस लड़के ने हमसे शादी का वादा करके साथ में रहने का वादा निभाया था। हम और यह आज से नहीं पिछले कई वर्षों से एक रिलेशन में है।
यह सुनकर दूल्हे के बगल में बैठे दुल्हन भी हक्का-बक्का रह गई। और जैसे ही इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो शादी समारोह में हलचल सी मच गई। और दूल्हे की प्रेमिका ने जब जमकर हंगामा किया तो बारातियों को पहले आव भगत में नाश्ते पानी और भोजन की व्यवस्था की गई थी।
उन्हीं बारातियों को दुल्हन के परिजनों ने बंधक बना लिया साथ ही दूल्हे को भी रस्सी से बांधकर बंधक बनाकर पुलिस को सूचना दी गई। जहां मौके पर सामान थाना पुलिस पहुंची और मामले में दोनों पक्ष की सुनवाई हुई।
जब जाकर बंधक बनाए गए बारातियों को पुलिस की अभिरक्षा में छोड़ा गया। दुल्हन के परिजनों ने दूल्हे को शादी से पहले जो भी दहेज का सामान दिया वैसे सभी सामान वापस किया गया है।
यह मामला रीवा जिले के गडड़िया मोहल्ले में चल रहे शादी समारोह का है। जहां गुढ़ से बारात गई थी। वहीं मामले को शांत करने के बाद दूल्हे के द्वारा अपनी प्रेमिका से जो पूर्व में वादा किया गया था। उस वादे के अनुसार, दुल्हन को बिना बारात के ही और बिना पंडित के और बिना जयमाला के शादी की रस्मों को पूरा कर दोनों साथ -साथ में हमेशा रहने का वादा करके प्रेमिका को अपना लिया।
जिस दुल्हन को गाजे- बाजे और बारात के साथ लेने गए थे, वह तो नहीं आई लेकिन, दूसरी दुल्हन दूल्हे के घर आई और घर में दूल्हे के माता-पिता ने भी दुल्हन का स्वागत बड़े ही आव-भाव से किया गया।