ज़मीनी विवाद ने धारण किया खूनी रूप, पड़ोसियों की पिटाई से दीवानी के अधिवक्ता की मौत।
गांव निवासी और दीवानी न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे 44 वर्ष से एडवोकेट मनोज सिंह का पड़ोसियों से बाग की भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। 23 दिसंबर को पुलिस बल्कि मौजूदगी में राजस्व टीम के द्वारा सीमांकन कराया गया। उक्त भूमि में आधा दर्जन से अधिक शेयरदार हैं। उसमें एक हिस्सेदार अमृत एडवोकेट की गैर मौजूदगी में अन्य हिस्सेदारों ने एक समझौता कर पूर्व तरफ लगभग 12 फीट चौड़ा रास्ता निकालने का फैसला किया गया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार जौनपुर (उत्तर प्रदेश )।
जिले के खुटहन थाना क्षेत्र के एक गांव में भूमि विवाद को लेकर मनबढ़ पड़ोसियों के द्वारा हिस्सेदार एडवोकेट मनोज सिंह की सरेराह जमकर पिटाई किए जाने घटना के तीसरे दिन उनकी वाराणसी में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृत्यु पूर्व युवा अधिवक्ता का शहर पिलाने के आरोप का वीडियो प्रसारित होते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
घटना के तीसरे दिन एडवोकेट का बीएचयू में उपचार के दौरान मौत हो गई। प्रसारित वीडियो घटना वाले दिन का बताया जाता है। जानकारी मिलती ही थाना प्रभारी अलर्ट रूप में चौकन्ने होकर स्थिति संभालने में लगे हैं। गांव में तीन थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है। मौके पर एसपी सिटी अरविंद वर्मा, क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान, एसडीम शाहगंज राजेश चौरसिया, पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया।
गांव निवासी और दीवानी न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे 44 वर्षीय एडवोकेट मनोज सिंह का पड़ोसियों से बाग की भूमि को लेकर विवाह चल रहा था। 23 दिसंबर को पुलिस बल की मौजूदगी मैं अन्य हिस्सेदारों ने एक समझौता कर पूर्व तरफ लगभग 12 फीट चौड़ा रास्ता निकलने का फैसला किया गया। जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे अधिवक्ता ने खुद की अनुपस्थिति में लिए गए फैसले का विरोध कर दिया। जिससे नाराज होकर पड़ोसी सांवले सिंह, अजय सिंह, रितिक सिंह, नीरज, पंकज, युवराज सिंह ने उन्हें गांव वालों के सामने ही लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया।
दूसरे दिन 24 दिसंबर की सुबह में घटना की तारीख देने थाने पर जा रहे थे की सब्जी मंडी के पास उक्त मनबढ़ो ने उन्हें रोक लात घूसों से जमकर पिटाई कर दी। मौके पर जुटे लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें बचाया। घायल अवस्था में उन्होंने घर फ़ोन कर आप बीतीं बताते हुए कहा है कि वह उपचार हेतु जिला चिकित्सालय जा रहे हैं। पड़ोसियों ने पिटाई के बाद उन्हें जहरीला पदार्थ पिला दिया। वह बाइक से ज़िला मुख्यालय जा रहे थे, कि उन्हें उल्टी शुरू हो गई। गभिरन बाज़ार स्थित पेट्रोल पंप पर वह बेहोश होकर गिर गए। वहां पहुंचे स्वजन उन्हें उपचार हेतु ज़िला चिकित्सालय ले गए। जहां गुरुवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मृत्यु पूर्व उनके द्वारा प्रसारित वीडियो में वह साफ-साफ उक्त आरोपियों का नाम लेकर पिटाई के बाद जबरन ज़हर पिलाने का आरोप लगा रहे हैं। इसके अलावा, थाने पर तैनात एक एस एस आई पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। ख़बर लिखे जाने तक वाराणसी से शव घर नहीं पहुंचा की जानकारी प्राप्त हो सकीं है।
यह भी पढ़ें – पुलिस अधीक्षक देवरिया द्वारा किया गया थाना बरियापुर व चौकी करौंदी का औचक निरीक्षण दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश